शिवपुरी। नगर पालिका परिषद की आज की बैठक इसलिए यादगार बन गई क्योंकि इसमें सत्ताधारी दल और विपक्षी दलों के बीच घमासान नहीं हुआ बल्कि नगर पालिका शिवपुरी में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली भाजपा के पार्षदों के बीच हुए जोरदार विवाद ने सारी सीमायें लांघ दी।
परिषद की गरिमा को तार-तार करते हुए भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष और वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद भानू दुबे एवं वार्ड क्रमांक 26 के पार्षद सुरेन्द्र रजक के बीच खुली परिषद में गालियों का आदान प्रदान हुआ। पार्षद भानु दुबे ने तो श्री रजक पर कांग्रेस की बैठक में शामिल होने तक का आरोप मढ दिया और यहां तक आरोप लगाया कि वह कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह की गिर तारी के समय उन्हें जेल छोडऩे तक गए थे।
परिषद में यही एक मात्र विवाद नहीं था। हंगामा उस समय भी हुआ जब नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने पार्षद पतियों एवं पार्षद पुत्रों को बैठक से चले जाने का फरमान सुना दिया। इससे विवाद इतना गहराया कि संबंधित महिला पार्षद बैठक का वहिष्कार कर जाने लगी तब नपाध्यक्ष बैक फुट पर आ गए और उन्होंने अपने निर्देश को वापस ले लिया।
एक्सपाईरी डेट की पानी की बोतल सप्लाई करने पर भी हंगामा हुआ और एक भाजपा पार्षद ने स्वास्थ्य अधिकारी गोविन्द भार्गव पर पानी की बोतल फैंकने का प्रयास किया। श्री भार्गव पर भ्रष्टाचार और जातिवाद के आरोप भी बैठक में लगाए गए।
भाजपा पार्षद उस समय आमने सामने आ गए जब पार्षद सुरेन्द्र रजक ने स्ट्रीट ख भों हेतु सोडियम ले प क्रय के प्राप्त न्यूनतम दर पर चर्चा के दौरान एचओ गोविन्द भार्गव पर आरोप लगा डाला कि उन्हें श्री भार्गव द्वारा सोडियम ले प नहीं दिए जा रहे हैं। जबकि जो पार्षद दबंग है और उनकी जाति के हैं उन्हें ले प दिए जा रहे हैं।
श्री रजक के इतना कहते ही भाजपा पार्षद भानू दुबे ने उन पर ताबड़ तोड़ हमलों की बौछार कर दी और कहा कि वह जातिबाद का आरोप क्यों लगा रहे हैं। श्री रजक के समर्थन में भाजपा पार्षद हरिओम नरवरिया, लालजीत आदिवासी, चन्द्रकुमार बंसल और विष्णु राठौर खुलकर आए लेकिन श्री दुबे का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने श्री रजक से कहा कि मैं तुझे तेरी औकात याद दिला दूंगा और तेरे सारे चिट्ठे खोल दूंगा।
तुम कांग्रेस से मिले हो उनकी बैठक में शामिल होते हो। गिर तार नपाध्यक्ष को छोडऩे जेल तक जाते हो। इसका श्री रजक ने जवाब दिया कि मै भी तु हें तु हारी औकात याद दिला दूंगा और मैं भी तु हारे कारनामे खोलना जानता हूं।
बैठक में नलकूप खनन के लिए प्राप्त न्यूनतम दर स्वीकृति और एम.एस.केसिंग पाईप क्रय हेतु दर स्वीकृति, रोगी कल्याण समिति द्वारा नगर पालिका स्वामित्व की दुकानों के क्रय से प्राप्त राजस्व का भाग मांगने सहित पोहरी बस स्टेण्ड और बाजार बैठक ठेके की उच्चतम बोली को स्वीकृत करने के बिन्दुओं को परिषद ने निरस्त कर दिया। जबकि नगर में लाईट व्यवस्था हेतु सोडियम वेपर ले प क्रय करने के बिन्दु पर भाजपाई पार्षदों का एक धड़ा अलग हो गया।
शिवपुरी में तीन करोड़ की लाईट लगती तो आज वह अमेेरिका होता:पार्षद रजक
वार्डों में स्ट्रीट लार्ईटें न लगने से परेशान वार्ड क्रमांक 26 के पाषर्द सुरेन्द्र रजक ने एचओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तीन करोड़ रूपए स्ट्रीट लाईटों के लिए खर्च कर दिए। जबकि शिवपुरी शहर बहुत छोटा शहर है अगर यह राशि ईमानदारी से खर्च की जाती तो आज शिवपुरी शहर अमेरिका की तरह जगमगा उठता।
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