सिंध का पानी दिलाना मेरी पहली प्राथमिकता : यशोधरा राजे

शिवपुरी। मैं 2007 तक शिवपुरी की जनप्रतिनिधि रही और उस दौरान मैं सिंध जलावर्धन योजना स्वीकृति से लेकर उसे प्रारंभ कर गई थी, लेकिन उसके बाद ही शिवपुरी में समस्यायें बढ़ी लेकिन अब में जब तक शिवपुरी को समस्या मुक्त नहीं कर दूंगी तब तक चैन से नहीं बैठूंगी। उक्त उदगार प्रदेश सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तथा स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए व्यक्त किये। शिवपुरी को सूखा ग्रस्त घोषित न किये जाने पर उनका जवाब था कि किसानों और सरकार के विभागों के आंकड़ों के बीच विरोधा भास इसका मु य कारण है। 

शिवपुरी में उद्योग लगाये जाने से संबंधित सवाल के जवाब में यशोधरा राजे ने कहा कि बड़ौदी में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाये जाने हेतु केन्द्र सरकार से बातचीत चल रही है। केन्द्र सरकार इस उद्योग हेतु 50 करोड़ रूपए की राशि देने को तैयार हैं और सब कुछ ठीक रहा तो बड़ौदी में शीघ्र ही फूड क्लस्टर उद्योग लग जाएगा। उन्होंने कहा कि वह बोलने में कम तथा करने में अधिक भरोसा रखती है। इसी कारण जब शहर की लगभग 86 करोड़ रूपए लागत की चार सड़कों का भूमि पूजन मैने किया तब लोगों को पता चला। सिंध जलावर्धन योजना के काम को अतिशीघ्र पूर्ण कराये जाने हेतु भी मैं तत्पर हूं। यशोधरा राजे ने स्वीकार किया कि कम वर्षा के कारण शिवपुरी जिले में फसलों को नुकसान हुआ है, लेकिन दिक्कत यह है कि राज्य सरकार के विभाग फसलों के नुकसान को कम बता रहे हैं। जबकि कृषकों का कहना है कि अवर्षा के कारण उनकी फसल चौपट हो गई है। आंकड़ों में एक रूपता न होने के कारण सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित नहीं किया जा रहा है, लेकिन मैं शीघ्र ही नुकसान का सर्वे कराऊंगी और इसमें कृषि विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी भी शामिल रहेंगे। यशोधरा राजे ने अपनी कोरिया और जापान यात्रा को सुखद बताया और कहा कि जापान सरकार प्रदेश सरकार को 30 हजार करोड़ रूपए ऋण के रूप में देने के लिए तैयार है। इसमें नाम मात्र का व्याज 0.03 प्रतिशत लगेगा और इससे कई प्रोजेक्टों के पूर्ण होने में मदद मिलेगी।