
बताया गया है कि शिवपुरी के जिला अस्पताल में एक्सरे करने की सारी सुविधाए और व्यवस्थाए है लेकिन मरीजों को बहार से एक्सरे कराने पडते है। इसी मामले को लेकर प्रभारी कलेक्टर ने सीएमएचओ खरे और सिविल सर्जन गोविंद सिंह से बातचीत की।
जिला अस्पताल में दूधमुहों को पोलियो की दवा पिलाने पहुंची प्रभारी कलेक्टर नेहा मारव्या के सामने ही दोनों अधिकारी आपस में भिड़ गए और दोनो ने अपनी-अपनी मजबूरियां बताते हुए एक दूसरे की कमियां गिना दी।
सिविल सर्जन ने कहा कि अचंल स्तर के अस्पतालों में पूरी सुविधा होने के बाद वहां भी एक्सरे नही होते तो सीएमएचओ ने कहा हम पर स्टाफ की कमी है। मशीने अकेली एक्सरे नही करती, दोनो आपस में प्रभारी कलेक्टर के सामने ही भिड़ गए। कुल मिलाकर प्रभारी कलेक्टर इस मामले का हल नही निकाल पाई और मरीजों को अब बहार से ही 300 रू में एक्सरे कराने होगें।