नपा अध्यक्ष रिशिका की किचिन कैबिनेट में पकी अवैध नियुक्ति

शिवपुरी। नगर पालिका अध्यक्ष की किचिन कैबिनेट द्वारा एक अवैध नियुक्ति का मामला प्रकाश में आया है। इस किचिन कैबिनेट(पीआईसी)ने नगरपालिका के अधिनियम 1961 में के खिलाफ इस नियुक्ति को देने का प्रस्ताव पारित कर दिया है।

इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि नपा सीएमओ और स्थापना बाबू की विपरीत टिप्पणी के बाबजूद इस प्रस्ताव को नपा अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना की किचिन कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है।

नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति अष्ठाना के इस काले कारनामे की शिकायत मध्य प्रदेश शासन के जन शिकायत निवारण विभाग के पी.जी.क्रमांक/250937/2013 द्वारा की गई है इस शिकायती आवेदन में बताया गया है कि नपा परिषद शिवपुरी में नियम विरूद्ध आर.एस.ई. के पद पर पीयूष श्रीवास्तव को उसके पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति दी गई। इस अवैध नियुक्ति को पीआईसी के ही संकल्प क्रं.879 जिसमें 10 सित बर 2013 के द्वारा की गई है।

जबकि नपा के एक्ट म.प्र. नपा अधिनियम 1961 में आरएसआई के पद अनुकंपा नियुक्ति देने का कोई प्रावधान ही नहीं है, यहां आर.एस.आई. के पद पर ए.आर.आई. को पदोन्नति प्रदान की जा सकती है ना कि नियुक्ति। बताया गया है कि नपा परिषद शिवपुरी में वर्तमान में आर.एस.आई.के दो पद रिक्त है जिनकी पूर्ति ए.आर.आई. को पदोन्नति कर की जाना है किन्तु नपा पीआईसी द्वारा समस्त नियमों को दरकिनार कर नियम विरूद्ध अनुक पा नियुक्ति कर दी गई।

यहां बताना होगा कि नपा परिषद शिवपुरी के आर.एस.आई. के पद पर अनुकंपा नियुक्ति नवीन रोस्टर के अनुसार सीधे पद पर नहीं की जा सकती है क्योंकि सीधी भर्ती किये जाने से समस्त ए.आर.आई. के हितों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा एवं पीआईसी के संकल्प क्रं.879 दिनांक 17.09.2013 में जो ठहराव पारित किया गया है वह स्थापना लिपिक की विपरीत टिप्पणी के बाबजूद पारित किया गया है।

ऐसे में इस पूरे मामले की शिकायत कर अनुकंपा नियुक्ति के इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की जाए तो नपा अध्यक्ष की किचिन कैबिनेट के काले कारनामो का, दूध का दूध पानी का पानी बिल्कुल साफ हो जाएगा। इस संबंध में की गई नियुक्ति को भी शिकायतकर्ता द्वारा अवैध बताकर निरस्त किए जाने की मांग भी की गई है। यह शिकायत नपा के समस्त ए.आर.आई. द्वारा की गई है।