केपी सिंह बनेंगे विधानसभा उपाध्यक्ष

शिवपुरी। पिछोर के पहलवान केपी सिंह विधानसभा उपाध्यक्ष बनने जा रहे हैं। इस पद के लिए उनके नाम पर जोड़तोड़ शुरू हो गई है, कांग्रेस में इस पोस्ट के लिए उनका मुकाबला सिंधिया समर्थक म​हेन्द्र सिंह कालूखेड़ा से है और उम्मीद की जा रही है कि वो कालूखेड़ा को पीछे छोड़ देंगे।

प्रीतम लोधी के हाथों शर्मनाक जीत हासिल कर विधानसभा में पहुंचे केपी सिंह को अब समझ में आ गया है कि लोकल पॉलिटिक्स के काम चलने वाला नहीं है। इधर दिग्विजय सिंह को भी मध्यप्रदेश में राज्य स्तर पर मजबूत हाथों की जरूरत है।

सर्वविदित ही है कि पिछोर के परमानेंट विधायक केपी सिंह और दिग्विजय सिंह के रिश्ते कितने मजबूत और घनिष्ठ हैं, बस इसी आधार पर केपी सिंह का नाम विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए चलाया गया है। दिग्विजय सिंह गुट से केपी सिंह अकेले दावेदार हैं जबकि सिंधिया गुट से महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा का नाम चलाया जा रहा है।

इस पद के लिए केपी सिंह को ज्यादा दमदार इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि वो कभी भी नाम चलाने वाली राजनीति करते दिखाई नहीं दिए। कांग्रेस में उन्होंने कभी पद की लड़ाई नहीं लड़ी और वो कभी किसी पद के लिए दावेदारों की सूची में शामिल भी नहीं हुए। उनके नाम का जिक्र ही तब होता है जब सारी बातें फाइनल हो चुकीं हों।

उम्मीद की जा रही है कि केपी सिंह ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए अपना होमवर्क पूरा कर लिया है और शायद इसीलिए उनका नाम दावेदारों की सूची में शामिल किया गया है। अब देखना यह है कि वो महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा को कैसे पीछे धकेलते हैं।