जब भोपाल की टीम के सामने ही बोर्ड पर श्रृंगार नहीं लिख पाए शासकीय टीचर

शिवपुरी। वैसे तो भ्रष्टाचार के मामले में अब्बल दर्जा प्राप्त शिक्षा विभाग के टीचर अपना मूल काम भूलकर नेतागिरी सहित और अन्य कामों में लगे हुए है परंतु आज जो निकलकर सामने आया उसने जिले के पूरे शिक्षा विभाग की छवि को धूलित कर दिया। जब एक शिक्षक को श्रृंगार लिखना तक नहीं आया। यह सब हुआ भी तब जब स्कूलों के निरीक्षण पर निकली ओआईसी की प्रभारी अधिकारी ने स्कूल के बच्चों की कॉपी में गलत श्रृंगार लिखा हुआ देखा। 

हुआ यू कि बीते रोज हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता का मुआयना करने भोपाल से सभी जिलों के लिए प्रभारी अधिकारी (ओआईसी) नियुक्त किए गए हैं। इसी क्रम में शिवपुरी के लिए डीपीआई भोपाल में पदस्थ सहायक संचालक किरण खरे शनिवार को जिले के ग्रामीण अंचल में हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों का मुआयना करने पहुंची तो बच्चे तो छोडि़ए शिक्षक ही शुद्ध हिंदी नहीं लिख पाए। 

हाईस्कूल सिंहनिवास में ओआईसी एक कक्षा में पहुंची तो यहां शिक्षक सुरेन्द्र शाक्य बच्चों को जीवन परिचय पढ़ा रहे थे। ओआईसी ने कुछ बच्चों की कॉपी देखी तो उसमें श्रृंगार रस को अस्पष्ट व अशुद्घ लिखा गया था जिस पर ओआईसी ने हिंदी पढ़ाने वाले उक्त शिक्षक से पूछा कि क्या आप बोर्ड पर लिखवाकर नहीं पढ़ाते, जिस पर शिक्षक ने कहा कि लिखवाते हैं तो ओआईसी ने शिक्षक से कहा कि श्रृंगार लिखकर बताओ। 

शिक्षक ने श्रृंगार की जगह श्रंगार लिखा जिस पर ओआईसी ने शिक्षक को फटकार लगाते हुए कहा कि जब तुम ही अशुद्ध लिख रहे हो तो बच्चे तो लिखेंगे ही। ओआईसी ने शिक्षक को हिदायद दी कि आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए।

बच्चों को पढ़ाया, शिक्षकों को दिए टिप्स
ओआईसी ने सिंहनिवास के अलावा हायर सेकंडरी स्कूल सिरसौद, भटनावर, उत्कृष्ट पोहरी व उमावि बैराड़ का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने बैराड़ में बच्चों की क्लास ली और उन्हें पढ़ाया भी।ओआईसी ने शिक्षकों को भी टिप्स दिए कि वे किस तरह प्रभावी शिक्षण कर सकते हैं। 

उन्होंने कहा कि कक्षा में बच्चों को पढ़ाने से पहले घर से तैयारी करके आएं। ओआईसी रविवार को जिले के छात्रावासों का मुआयना करेंगी। इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने करैरा व दिनारा क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण किया था।

पहली बार में हिदायद, फिर कार्रवाई
ओआईसी खरे ने सभी स्कूलों में शिक्षकों को हिदायद दी कि ये जिले में उनका पहला दौरा है। इसलिए इस बार सिर्फ लापरवाही पर हिदायद देकर छोड़ रही हूं लेकिन अगले महीने लापरवाही पर कोई रियायत नहीं मिलेगी और कार्रवाई की जाएगी।