कोलारस में RTO और पुलिस की यमदूत एक्सप्रेस, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

विकास कुशवाह/कोलारस। क्षेत्र में इन दिनो सवारी के नाम पर चल रहे छोटे वाहनो मे ओवर लोडीग सवारीया बैठाना वाहन मालिको ड्रायवरो क्लीनरो ने अपना जन्म सिध्द अधिकार बना लिया है। आए दिन हो रही दुर्घटना के बाद भी ग्रामीण रूटों पर चल रहे डग्गामार वाहनों में ओवरलोडिंग पर लगाम नहीं लग पा रही है। अधिक कमाई के लालच में वाहन ड्राइवर्स ग्रामीण यात्रियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके बावजूद न तो पुलिस प्रशासन ध्यान दे रहा है और नहीं परिवहन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है। साधनों का अभाव और गंतव्यों पर पहुंचने की मजबूरी के चलते ग्रामीण लोगों को हर रोज अपनी जान खतरे में डालकर सफर करना पड़ रहा है। 

यहां दर्जनो से दिन भर डग्गामार वाहनों में ओवर लोडिंग हो रही है। इन वाहनों में यात्रियों को सिर्फ अंदर ही नहीं वाहन की छत के ऊपर भी बैठाया जा रहा है।

भड़ौता रोड, राई रोड, पड़ौरा हाईवे रोड इन तीनो स्टेट हाईवे पर तो ओवर लोडींग कि ही जा रही है वही आसपास के छोटे गांवो मे चलने वाले छोटे वाहनो के चालको ने तो हद कर दी है। आपे, छोटा हाथी जैसे छोटे वाहनो में तीस चालीस सवारीया बैठाना आम बात हो गई है ये लोग मौत को साथ मे लेकर चलते है। 

बताना गया है यहां वाहन चलाने वाले आधे से ज्यादा नावालिग है जो सारा दिन वाहनो में ठूस ठूस कर सवारी भरकर लोगो को मौत का सफर करा रहे है। साथ ही ऐसे कई चालक है। जिनपर ड्राईविंग लाईसेंस तक नही है। और वह वेधडक़ होकर सवारियां ढोने में लगे है। वहीं यात्री वाहनो में मजबूरन लोग जान जोखिम में डालकर छत पर बैठकर और पीछे लटककर भी सफर कर रहे हैं।

खासकर राई रोड, भड़ौता रोड, मोहरा रोड पड़ौरा हाईवे मार्ग पर तो कोई देखने वाला ही नही है सवारीया भी मौत के मुंह मे जाकर यात्रा करने का खतरा उठाते है। यहां हर रोज करीब सेंकड़ो यात्री आपे और अन्य छोटे वाहनो पर से सफर करते है। जिनहे देखने वालो कोई नही है। 

आरटीओ व पुलिस की मुहीम का भी इन पर कोई असर नही होता है। यहां पर कोई देखने सुनने वाला नही है और वाहन मालिक व चालक अपनी मनमानी कर रहे है। 

बताया गया है कि ऐसे वाहन चालको निम्न स्तर पर पुलिसकर्मियो का संरक्षण प्राप्त है। जो इनहे इस तरह जोखिम भरा सफर कराने में हिम्मत देता है। बताया जाता है कि एक वाहन मालिक से 500 रूपए हर माह ईन्ट्री के रूप में वसूल किये जाते है। ऐसे ही शिकायतो के बाद कोलारस में पदस्त कई पुलिस कर्मियो पर कार्यवाह की गाज भी गिर चुकी है। ऐसे हालतो में हादसो का जिम्मेदार कौन होगा। और प्रशासन कब ऐसे वाहन चालको पर कार्यवाही करेगा।

इनका कहना है-
आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है। अगर ऐसा है तो चैकिंग पोईट लगाकर ऐसे ओवरलोड और नाबालिक चालको के खिलाफ पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। यात्रियो कि जिंदगियो के साथ कोई रिक्श नही लिया जाएगा।
सुजीत सिंह भदौरिया
(एसडीओपी कोलारस)