बंदूक, बंगला, गाडी, पत्नि सरकारी..., फिर भी बीपीएल कार्ड धारी

कोलारस। इस खबर से यह ज्ञात होता है कि भारत देश में गरीब की क्या परिभाषा है या फिर अपने आप को सरकारी गरीब घोषित करने में किस कदर भ्रष्टाचार होता है। इसका जीता जागता चलता फिरता उदाहरण आ रहा है कोलारस विकास खंड के ग्राम पनवारी से...

कोलारस विकास खंड के ग्राम पनवारी में रहने वाले हरनाम जाटव सरकरी गरीब है और इसका नाम गांव के बीपीएल राशन कार्ड की सूची में 116 नंबर पर दर्ज है। ज्यादा लिखने और पढने में समय खराब ने करते हुए इनके संपत्ति की सूची पढिए...

  1. श्री हरनाम जाटव भाजपा की अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व मण्डल अध्यक्ष हैं। 
  2. श्री हरनाम जाटव एलआईसी के ऐजेंट भी हैं। 
  3. पत्नि सरकारी पद पर आंगनबाडी सहायिका हैं। 
  4. 12 बोर का बंदूक लाइसेंसी है। इसका नंबर 322-2008 डीएम-एनपीआई है। 
  5. पेनकार्ड नंबर एजीक्यू जे 8006 एम है। 
  6. बाईक क्रमांक एमपी 33 बीए 1605 के स्वामी हैं।
  7. ग्राम पनवारी में शासकीय स्कूल के पास आलीशान कोठी है। 
  8. ग्राम पनवारी में शानदार फार्म हाउस है। 
  9. एलआईसी से नेता जी ने 1 अप्रैल 2015 से मार्च 2016 तक 2 लाख 82 हजार 221 रूपये का कमीशन हांसिल किया। जिस पर 28 हजार 221 रूपये का टैक्स भी अदा किया गया। 


बीपीएल धारक के लिए यह है आवश्यक
मासिक आय प्रति व्यक्ति 565 रूपये से कम होना चाहिये।
पानी, बिजली, जमीन की जानकारी के साथ शौचालय की जानकारी के आधार पर अंक दिये जाते है।
घर कच्चा मकान हो इसके भी अंक शामिल रहते है।
इस तरह 14 अंक के आधार पर बीपीएल का कार्ड बनाया जाता है। ताकि जरूरत मंद परिवार इसकी मदद लेकर शासन से मिलने बाली योजना का लाभ ले सके।