रेडिऐन्ट कॉलेज ने मनाया हिंदी दिवस

शिवपुरी। रेडिऐन्ट ग्रुप द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेते हुये अनेक छात्र छात्राओं ने अपने विचार रखते हुये सहमति जताई कि हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसमें अनेक बोलियो, भाषाओं को अपने आप में समाहित करने की अद्भुत क्षमता होती है। 

अखलाक खान ने कहा कि हिंदी  भाषा के विकास में सूफी-संतों, यात्रियों एवं अन्य भारतीय क्षैत्रीय भाषाओं व बोलियों का योगदान रहा है। हिंदी हमारी राजभाषा है इसे राष्ट्र भाषा का दर्जा भी मिलना चाहिए। रेडिऐन्ट ग्रुप के अखलाक खान ने आगे कहा कि हिंदी भाषा को समृद्ध बनाने में जन संचार के माध्यम, पत्रकार, कवियों एवं साहित्यकारों की अहम भूमिका होती है। 

इनका आम जनमानस पर सीधा प्रभाव होता है। कवि, साहित्यकार एवं कार्यक्रम के मु य अतिथि राकेश टंडन ने हिंदी भाषा के माध्यम से उपलब्ध रोजगार की जानकारी दी। हमें अपनी मातृ भाषा के साथ अन्य भाषाऐं सीखने से परहेज नहीं करना चाहिए क्योंकि दुनियॉ के स्तर पर होने वाले अनुवाद के लिये अच्छे अनुवादकों के पद रोजगार का उत्तम माध्यम हो सकते हैं। 

रेडिऐन्ट कॉलेज के संचालक शाहिद खान ने कहा कि हिंदी भाषा में प्रतियोगिता परीक्षाऐं आयोजित हों व रोजगारमूलक कोर्सेस भी हिंदी में उपलब्ध होने से इसका विकास स्वभाविक रूप से हो सकेगा। 

समारोह में शिक्षक शेखर कुलश्रेष्ठ, निकिता रजक, अपर्णा, गौरव अग्रवाल, विवके शर्मा, बेदप्रकाश यादव, निधी पाठक सहित अनेक विद्यार्थियों ने भागीदारी कर सवाल-जबाव सत्र में  बाजारवाद का हिंदी भाषा और हमारी संस्कृति पर प्रभाव, विदेशी क पनियों के विज्ञापन में स्थानीय भाषा का प्रयोग, सिनेमा एवं साहित्य, पाठ्यक्रम में राजभाषा विषय की अनिवार्यता, स्वतंत्रता संग्राम में हिंदी भाषा का योगदान जैंसे विषयों पर सहज अभिव्यक्ति के माध्यम से अपनी-अपनी बात रखी।
कार्यक्रम का संचालन नितिन सक्सेना ने किया। प्राचार्य खुशी खॉन ने अतिथिगण व छा़त्रों का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि हिंदी भाषा को सोसल मीडिया पर सही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।