विधायक, अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों के दल ने फसलों का किया अवलोकन

शिवपुरी। पोहरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रहलाद भारती, अपर कलेक्टर जेड.यू.शेख ने आज कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों तथा पीडि़त कृषकों के साथ शिवपुरी एवं पोहरी विधानसभा क्षेत्रों के कई ग्रामों में कृषकों के खेतों पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त हुई खरीफ फसलों का अवलोकन किय और कहा कि प्राकृति की मार से फसलों में नुकसान हुआ है, लेकिन कृषक धैर्य रखें। पीडि़त कृषकों को पूरी उदारता के साथ शासन से हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। विधायक एवं अपर कलेक्टर ने कृषकों को बताया कि आपकी क्षतिग्रस्त हुई सोयाबीन एवं उड़द की फसलों का कृषि विभाग, कृषि विज्ञान के दल आपकी उपस्थिति में खेतों में जाकर क्षति का आंकलन कर अपना प्रतिवेदन देंगे। इस दौरान कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस.के.एस.कुशवाह, कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरसमां के कृषि वैज्ञानिक डॉ.रामवीर सिंह चौहान सहित स्थानीय, जनप्रतिनिधि एवं कृषकगण उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार, सार्वजनिक उपक्रम, खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कल खरीफ फसलों की क्षति की समीक्षा करते हुए एडीएम एवं जनप्रतिनिधियों, कृषि वैज्ञानिकों के दल के साथ ऐसे क्षेत्र जहां सर्वाधिक फसलों का नुकसान हुआ है। फसलों का आकलन करने के निर्देश दिए थे। विधायक एवं अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों तथा कृषकों के साथ ग्राम फतेहपुर में कृषक श्री शिवनारायण वर्मा, ग्राम रातौर में श्री महेन्द्र रावत, अमर सिंह पटेल, ग्राम सिंह निवास में श्री नारायण सिंह, खेर सिंह के खेतों में पहुंचकर सोयाबीन की फसलों में हुए नुकसान का अवलोकन किया। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरसमां में प्रदर्शन भूखंड में सोयाबीन एवं मूंगफली की फसल में हुए नुकसान का निरीक्षण कर केन्द्र में वैज्ञानिकों से चर्चा की।

निरीक्षण के दौरान ग्राम मुडेरी में कृषक श्री करन सिंह कुशवाह का गूगरीपुरा में अनरत सिंह रावत, वृजभान बघेल, सतनवाड़ाकलां में बृजभान, धनश्याम एवं द खू बाई के खेतों पर पहुंचकर सेायाबीन एवं उड़द की फसलों का जायजा लिया। इसी प्रकार ग्राम कांकर में दौलत सिंह रावत, हल्के रावत एवं वीरेन्द्र रावत के खेतों का, ग्राम नयागांव (वारा) में रामअवतार का, इन्दरगढ़ में गणेश पाल, करसेना में जगन्नाथ रावत एवं श्रीमती रामकली, सेवढ़ा में महेश जाटव एवं रामगोपाल धाकड़, गोपालपुर में सुरेश धाकड़ एवं धनश्याम धाकड़, खांखर में धीरज सिंह और कुंवरपुर में रामचरण बाल्मीकी के खेतों पर सोयाबीन उड़द एवं मूंग की फसलों का अवलोकन किया।
कृषक भाई खराब हुई फसल का उपयोग हरी खाद के रूप में करें

कृषि वैज्ञानिकों ने पीडि़त किसान भाईयों से आग्रह किया कि खेतों में जो खरीफ की फसल खराब हो चुकी है। उसको उखाडे नहीं बल्कि खेत में रोटरवेटर यंत्र चलाकर फसल का उपयोग एक अच्छी हरी खाद्य के रूप में रवी फसल में उपयोग कर सकते है। रोटरवेटर पर शासन द्वारा 35 हजार रूपए का अनुदान दिया जाता है।