चिकित्सकों ने दिखाई संगठन शक्ति, की नारेबाजी, हरीझंडी के साथ रवाना हुई रैली

शिवपुरी। मप्र ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश भर में चिकित्सकीय मापदंडों के साथ होने वाले खिलवाड़ को रोकने के लिए आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के द्वारा केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे एनएमसी(नेशनल मेडिकल कमीशन)का विरोध किया गया। इस विरोध का प्रदर्शन चिकित्सकों ने अपनी संगठन शक्ति साईकिल रैली के माध्यम से दिखाई जिसे स्थानीय जिला अस्पताल के सामने शिवपुरी क्लब परिसर से सिविल सर्जन डॉ. गोविंद सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

इस रैली की अगुवाई आईएमए के अध्यक्ष डॉ. निसार अहमद व सचिव डॉ.राजेन्द्र गुप्ता द्वारा की गई जिसमें शामिल सभी चिकित्सकों ने एनएमसी बिल का विरोध किया और हाथों में तख्तियां लेकर इसके होने वाले गंभीर परिणामों से संपूर्ण देश भर की जनता को समझाया। इस बिल के लागू होने से कई तरह की समस्याएं चिकित्सकीय क्षेत्र मे खड़ी होने वाली है इसके लिए जनता को जाग्रत भी करने का कार्य आईएमए द्वारा किया गया। यह रैली शिवपुरी क्लब से शुरू होकर तात्याटोपे स्मारक होते हुए राजेश्वरी रोड़ से गुरूद्वारा पहुंची जहां डॉ. ओपी शर्मा द्वारा इस रैली का स्वागत किया गया और एनएमसी बिल को लेकर यहां मौजूद चिकित्सकों ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद रैली माधवचौक पहुंची जहां पत्रकारों से बातचीत में आईएमए के अध्यक्ष डॉ. निसार अहमद व डॉ. राजेन्द्र गुप्ता ने एनएमसी के दुष्प्रभावों और इससे होने वाली परेशानियों बताई तो वहीं एनएमसी बिल के लागू होने के बाद होने वाले परिणामों को जानने संबंधित पेम्पलैट भी आमजन के बीच वितरित किए गए। 

इन सभी चिकित्सकों ने मांग की है कि वह कभी भी एनएमसी बिल को पारित नहीं होनें देगें और इसके लिए पूरे देश भर में आईएमए का विरोध प्रदर्शन सतत जारी है। इसके साथ ही सभी चिकित्सक संगठित होकर आने वाली 25 मार्च को दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन में शामिल होकर इस एनएमसी बिल का विरोध दर्ज कराते हुए इस पर अविलंब रोक लगाने की मांग की जाएगी। इसे लेकर भी वृहद स्तर पर तैयारियां आईएमए द्वारा की जा रही है। 

रैली में शामिल चिकित्सकों ने जताया विरोध
आईएमए के बैनर तले निकली साईकिली रैली में संपूर्ण जिले भर के चिकित्सकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और एनएमसी बिल का विरोध किया। इस रैली में डॉ. डीके बंसल, डॉॅ.रत्नेश जैन, डॉ. सीएम गुप्ता, डॉ. पीडी शर्मा, डॉ. अली, डॉ. व्हीके सक्सेना, डॉ. जीडी अग्रवाल, डॉ.पीके गुप्ता, डॉ. एसपीएस रघुवंशी, डॉ. एएल शर्मा, डॉ. ओपी शर्मा, डॉ. डीके सिरोठिया, डॉ. व्हीसी गोयल, डॉ. केडी श्रीवास्तव, डॉ. गिर्राज शर्मा, डॉ. एमडी गुप्ता, डॉ. पीके दुबे, डॉ. आरएस गुप्ता, डॉ. एमके कुमरा- डॉ. वीणा कुमरा, डॉ. एसके जैन, डॉ. सुनीता जैन, डॉ. अम्बरीश शर्मा, डॉ. सुषमा शर्मा, डॉ.एसके वर्मा, डॉ.अनीता वर्मा, डॉ. कल्पना बंसल, डॉ. रीता गुप्ता, डॉॅ. कविता गर्ग, डॉ. प्रियंका बंसल, डॉ. संदीप शर्मा, डॉ. नीरजा शर्मा, पंकज गुप्ता डॉ. मोना गुप्ता, डॉ. आरके दुबे, डॉ.अर्चना दुबे, डॉ. तृप्ति शुक्ला, डॉ. इंदु जैन, डॉ. अंजना जैन, डॉ. दिलीप जैन, डॉ. उमा जैन, डॉ. प्रणीता जैन, डॉ. बृजेश मंगल, डॉ. मोनिका मंगल, डॉ. चौधरी, डॉ. राघवेन्द्रसिंह रावत, डॉ. सुनील तोमर आदि शामिल रहे। 

हाथों में तख्तियां लेकर किया जनता को जागरुक
आईएमए के द्वारा एनएमसी बिल के विरोध में निकाली गई साईकिल रैली में शामिल चिकित्सकों ने जनता को इस बिल के तहत जागरुक करने का कार्य भी किया जिसमें तख्तियां पर साफ संदेश लिखा था कि इस बिल के लागू होने से यह समस्याऐं होगी और इसके लिए क्या जनता स्वयं तैयार है? इसे लेकर जनता को जागृत करने का काम भी किया गया। 
तख्तियां पर लिखा था-
- क्या आप चाहते है कि हमारे देश से आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी विधि विलुप्त हो जाए।
- आपके बच्चे जो डॉक्टर बनना चाहते है उन्हें 6 माह में प्रशिक्षित डॉक्टर्स से स्पर्धा करना पड़े। 
- भविष्य में डॉक्टरों की पढ़ाई और एलोपैथिक इलाज महंगा हो जाए।
- प्रायवेट कॉलेज मनमानी फीस वसूले और चिकित्सा शिक्षा महंगी हो जाए।
- एनएमसी बिल(कानून) वापिस लो।