बिल की समस्याओं को लेकर रेस्ट हाउस में लगा विद्युत समस्या निराकरण शिविर

शिवपुरी। बुन्देलखण्ड किसान मोर्चा के तत्वाधान में किसान आन्दोलन के तहत किसान नेता सतीश फौजी के नेतृत्व में हजारों किसानों ने करैरा तहसील का घेराव कर किसानों की समस्याओं को उठाया था जिसमें सर्वाधिक समस्या बिद्युत बिलों को लेकर थी। इस समस्या के निदान के लिए बुन्देलखण्ड किसान मोर्चा के आह्वान पर अनुविभागीय अधिकारी एवं दंडाधिकारी अंकित अस्थाना (आईएएस) ने अनुविभाग करैरा के विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की थी कि विद्युत बिल संबंधी शिकायतें एवं निराकरण हेतु जिला स्तरीय शिविर 22 मार्च 2018 को रेस्ट हाउस करैरा पर आयोजित किया उपभोक्ता अपनी समस्याओं को लेकर निराकरण शिविर में पहुंचे बिधुत बिभाग के  खैराघाट, करैरा, दिनारा, नरवर, मगरोनी यह सभी सब डिवीजनों के सहायक प्रबंधक और करैरा विद्युत विभाग के प्रबंधक सुबोध टेंभूणीकर मौके पर मौजूद रहे। जिन्होंने ग्रामीणों की विद्युत समस्याओं को जाना और उनका मौके पर ही निराकरण करने का प्रयास किया। 

शिविर में फु रतला गाँव से आये किसानों ने बताया कि 2 हॉर्स पावर की मोटर है और विद्युत विद्युत विभाग के द्वारा 5 हॉर्स पावर की मोटर का बिल दिया जा रहा है, विद्युत विभाग के द्वारा भरोसा दिया गया कि हम मोटर की जांच कराकर 2 हॉर्स पावर की मोटर का ही बिल देंगे। अगर आपसे अतिरिक्त पैसा लिया गया है तो हम अगले बिल में भी  छूट देंगें। टीला गांव से पहुंचे किसान (सूरदास) नाथूराम पुत्र भगवान दास ने बताया कि मेरी आंखें नहीं है मेरा कोई परिवार नहीं है मैं किसी को देख नहीं सकता हूं तो मुझे विद्युत की क्या आवश्यकता है। 

मेरा बिल दिया जा रहा है वही विद्युत विभाग के एई ने कहां है कि इनका बिल माफ करा के मीटर बंद किया जाएगा विद्युत समस्या में लगभग  70 किसानों ने अपनी समस्याओं को रखा और उन समस्याओं को लेकर आवेदन दिया गया विद्युत विभाग के द्वारा आवेदन लेकर उनका विधिवत रूप से रजिस्ट्रेशन किया गया तथा हर किसान का रजिस्ट्रेशन किया गया और उनका शिकायत नंबर देकर किसान का मोबाइल नंबर लेकर किसान को उनकी समस्याओं का निराकरण मोबाइल पर बताया जाएगा। इस मौके पर पूर्व जनपद अध्यक्ष रामस्वरूप रावत, जिला पंचायत सदस्य सतीश फ ौजी, सीताराम गेढ़ा बापू, अमन लोधी अमोल, हरीशंकर परिहार, धर्मेन्द्र पटेल बगरोदा, रामस्वरूप यादव अलगी लछमन जोशी, राकेश नामदेव आदि किसान मौके पर मौजूद रहे।