तुतलाता था पति इस कारण छोडा,7 जोडे हुए एक: पीपीसी

शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में कुल 16 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसमें जहां 7 पति-पत्नियोंं के बीच समझौता कराकर उनके घर टूटने से बचाए गए। कुल 8 प्रकरणों में समझौते कराए गए। एक प्रकरण में डीआईआर की अनुशंसा की गई तो वहीं चार प्रकरणों में एक पक्ष अनुपस्थित था तो दो प्रकरणों में दोनों ही पक्ष उपस्थित नहीं थे। दो प्रकरणों में काउंसलिंग के बाद परामर्शदाताओं ने उन्हें स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए कहा गया। 

जिला पुलिस अधीक्षक सुनील पांडेय के नेतृत्व और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में विगत एक वर्ष से अनवरत चलाए जा रहे परामर्श शिविर के तहत रविवार को आयोजित जिला पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के शिविर में परामर्शदाताओं के प्रयास और पारिवारिक समझाइश से 7 बिछड़े पति-पत्नी में सुलह कराकर उन्हें एक साथ रहकर जीवन बिताने के लिए राजी किया गया। 

चार माह से अलग रह रहे पति-पत्नी को कराया एक
कोलारस के डोडियाई ग्राम के अशोक की शादी पूजा के साथ कोलारस में हुई थी। इन दोनों के पिताओं के बीच कुछ रूपयों के लेन देन का विवाद था। जिसके कारण अशोक और पूजा के बीच वाद विवाद की स्थिति थी और वे विगत चार माह से पूजा अपने मायके में रह रही थी। परामर्शदाताओं की समझाईश के बाद उन दोनों के बीच समझौता हो गया। 
     
पत्नी के चरित्र पर करता था शक, परामर्श केंद्र ने करवाई सुलह
इसी तरह रामजी शाक्य निवासी ग्वालियर का अपनी पत्नी धन्नो निवासी शिवपुरी के साथ विवाद चल रहा था। वो अपनी पत्नि के चरित्र पर सक करता था और उसके तीन बच्चे भी हैं तथा वर्तमान में वह पुन: गर्भवती भी है। इसी विवाद के चलते विगत 6 माह से पति-पत्नी अलग रह रहे थे। परामर्शदाताओं ने समझाईश देकर इनके गिले सिकवे दूर किए और ये दोनों पुन: एक हो गए। 
    
पारिवारिक क्लेश से अलग रह रहे थे पति-पत्नी फिर हुए एक एक अन्य प्रकरण में आविद खान शिवपुरी का अपनी पत्नी रशीदा के साथ विवाद चल रहा था। इनके दो बेटे और एक बेटी हैं। पारिवारिक क्लेश के कारण पति-पत्नि के बीच भारी विवाद था। 

जहां दोनों बेटे अपने पिता के साथ रहते थे। तो मां अपने मायके में अपनी बेटी के साथ विगत पांच वर्ष से अलग रह रही थी। इस गंभीर मुद्दे को काउंसलरों ने बड़ी मेहनत से सुलझाया और इन दोनों के बीच राजीनामा हो गया। 
    
तुतलाता था पति, पत्नी ने छोड़ा, परामर्श केंद्र ने फिर कराया एक
एक अन्य प्रकरण में रमेश शाक्य का विवाह कमलागंज में रानी के साथ हुआ था। चूंकि रमेश बोलने में तुतलाता था इसके कारण उसकी पत्नी अक्सर उसका अपमान करती थी और इन दोनों के बीच ईगो की समस्या भी थी।

विगत तीन फरवरी को आपस में इन दोनों के बीच झगड़ा हुआ और तब से पत्नि अलग रह रही थी। परामर्शदाताओं ने अपने कुशल कौशल से इन दोनों के बीच राजीनामा कराने में सफलता प्राप्त की और इनका घर उजडऩे से बच गया। 

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया, वरिष्ठ काउंसलर सीमा-सुनील पांडेय, महिला सेल प्रभारी कोमल परिहार, उमा मिश्रा, पुष्पा खरे, आनंदिता गांधी, प्रीति जैन, श्वेता गंगवाल, गुंजन खेमरिया, रबजीत ओझा,  शवाना खुशी खान, स्नेहलता शर्मा, भरत अग्रवाल, सुरेश जैन नरवर वाले, संतोष शिवहरे, समीर गांधी, राहुल गंगवाल, हरवीर सिंह चौहान राकेश शर्मा, शंभूदयाल पाठक, डॉ. इकबाल खान, डॉ. विजय खन्ना, एएसआई बेबी तबस्सुम सहित महिला सेल का स्टाफ मौजूद था।