सिंध के लिए शिवपुरी की पब्लिक के साथ छलावा कर रही दोशियान से 24 को सबाल-जवाब

शिवपुरी। सिंध का पानी देने में लगातार तारीखें दे रही सिंध जलावर्धन योजना की क्रियान्वयन एजेंसी दोशियान से निपटने के लिए नगरपालिका परिषद का विशेष सम्मेलन 24 मार्च को आहूत किया जा रहा है। इस सम्मेलन में पार्षद और वरिष्ठ पार्षदों के साथ-साथ दोशियान कंपनी के प्रबंधक मंडल को भी आमंत्रित किया गया है। नगरपालिका उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने बताया कि परिषद में पार्षदों के समक्ष दोशियान कंपनी से पूछा जाएगा कि वह शहर की जनता को कब तक पानी सुलभ कराएंगे और संतोषजनक जवाब न देने पर कंपनी के खिलाफ कार्यवाही के विषय में भी विशेष सम्मेलन में निर्णय लिया जाएगा। 

नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने बताया कि यदि सूचना देने के बाद भी दोशियान के अधिकारी विशेष सम्मेलन में नहीं आते हैं तो पार्षदगणों की जो राय होगी उस अनुसार निर्णय लिया जाएगा। विशेष सम्मेलन में जल संकट से निपटने के लिए अन्य उपायों पर भी चर्चा की जाएगी जिनमें टयूबवैल खनन की अनुमति आदि शामिल हैं। 

नगरपालिका उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी ने बताया कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ङ्क्षसंध जलावर्धन योजना के रूप में एक चमचमाती स्टील की बाल्टी दी थी, लेकिन दोशियान और नगरपालिका के कतिपय अधिकारियों और कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार से इस चमचमाती बाल्टी में अनेेक छेद कर दिए हैं। पाइप लाइन डालने के लिए जिस एलाइनमेंट की जरूरत थी और बेस बनाकर पाइप लाइन डालनी थी वह न करते हुए भ्रष्टाचार कर करोड़ों का घालमेल कर दिया। 

यहीं कारण हैं कि एक पंप चलाने से भी पाइप लाइन सैंकड़ों जगह उखड़ रही है और यदि दोनों पंप चालू कर दिए जाएं तो क्या हालत होगी यह आसानी से समझा जा सकता है। श्री शर्मा का यह भी आरोप है कि इंटकवैल पर दो किमी लंबी पाइप लाइन भ्रष्टाचारियों ने ठिकाने लगा दी है। मड़ीखेड़ा में डूब क्षेत्र में प्लास्टिक की पाइप लाइन डाली गई है और जब डूब क्षेत्र में पानी भर जाएगा तो कैसे इसके लीकेज को ठीक किया जाएगा। एक पंप चलाने से ही पाइप लाइन लगातार उखड़ रही है और लीकेज हो रहे हैं। इससे इस पूरी योजना की गुणवत्ता पर एक बड़ा प्रश्र चिन्ह लग गया है। 

तीन माह में भी कंपनी ने कोई प्रोग्रेस नहीं की है। बायपास पर तीन माह पहले पानी आ गया था, लेकिन उसके बाद शहर में पाइप लाइन डालनी थी जिसकी ओर दोशियान ने कोई ध्यान नहीं दिया जिससे सभी 18 टंकियों को अभी तक कनेक्ट नहीं किया जा सका है। दोशियान द्वारा शहर को पानी सप्लाई करने की कोई तारीख भी नहीं दी जा रही और अब अनुबंध का सहारा लेकर यह कंपनी बचने का प्रयास कर रही है। जबकि कौन नहीं जानता कि अनुबंध के हिसाब से कंपनी ने काम किया ही नहीं है। गर्मी पडऩा शुरू हो गई और शहर में पेयजल संकट निरंतर गंभीर होता जा रहा है ऐसे में दोशियान से निपटने के लिए परिषद का विशेष सम्मेलन आहूत किया गया है।