पुलिस के टॉर्चर से आया है मेरे पति को हार्टअटैक, मामला दर्ज करो

शिवपुरी। बीते 1 फरवरी को 2 बत्ती चौराहे पर पुलिस द्वारा चालानी कार्यवाही के बाद है दन अली की संदिग्ंध मौत हो गई थी। मृतक हैदर अली की मौत का जिम्मेदार मृतक की पत्नि ने फिजीकल पुलिस को ठहराया है। इस मामले में आज ज्ञापन भी सौपा गया है।  मृतक की पत्नि ने पुलिस अधीक्षक के नाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौपा है। पीडि़ता ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि 1 फरवरी 2018 की शाम उसका पति अपनी ब्रेंजो कार क्रमांक एमपी 33 सी 6824 से बड़ौदी से वसूली कर शिवपुरी आया था उस समय उनके पास 25 हजार रूपए थे। रास्ते में दो बत्ती चौराहे पर पुलिस ने उनकी कार को रोक लिया। जिसमें एक अज्ञात महिला भी बैठी हुई थी इसकी पुष्टि पुलिस ने भी की है।

जिन्हें लेकर पुलिस फिजीकल थाने आ गई जहां उसके पति को पुलिस ने एक घंटे तक अपनी अभिरक्षा में रखा। वहीं महिला को बाहर गाड़ी में बैठाया। इसी दौरान पुलिस ने उसके  पति को डराया धमकाया और उससे 25 हजार रूपए भी ले लिए। इसके पश्चात भी पुलिस ने उससे 20 हजार रूपए की और मांग की और उसे तरह-तरह से प्रताडि़त किया। इसी प्रताडऩा से तंग आकर उसने अपने एटीएम से 20 हजार रूपए निकालकर पुलिस को दिये। 

पुलिस की इस प्रताडऩा से ही उसकी तबियत खराब हो गई जिसे देखकर पुलिस ने उन्हें थाने से छोड़ दिया और आनन-फानन में 500 रूपए जुर्माने की रसीद पुलिस ने काट दी। तबियत खराब होने के बाद हैदर थाने से बाहर निकलकर कार में बैठकर गायत्री मंदिर पहुंचे जहंा उन्होंने पंतजलि की दुकान पर दवाई लेने गए और वहीं पर अत्यधिक दर्द की वजह से वह बैठ गए और इसके बाद वह नहीं उठे। 

बाद में ट्रक ड्रायवर राजेश खटीक वहां पहुंचे और उस अज्ञात महिला के साथ हैदर को लेकर एमएम अस्पताल में आ गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हैदर की मौत पुलिस अभिरक्षा में प्रताडऩा से हुई है और पुलिस अपने कृत्य को छिपाने के लिए मामले को उलझा रही है।

थाने में अकारण बंद रखने के उन पर है पर्याप्त सबूत 
मृतक हैदर अली की पत्नी जमीला बेगम ने पुलिस अधीक्षक के नाम एएसपी श्री मौर्य को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि पुलिस ने हैदर को एक घंटे तक थाने में अकारण ही बंद रखा जिसके पर्याप्त सबूत और गवाह हैं। उन्होंने बताया कि जो ड्रायवर राजेश खटीक हैदर को अस्पताल लेकर पहुंचा था उसने भी इस बात की पुष्टि की है कि हैदर को पुलिस ने बंद कर रखा था वहीं फिरोज खान, अफसर कुर्रेशी भी प्रत्यक्ष गवाह हैं। साथ ही फिजीकल थाने के सामने स्थित एटीएम के फुटैज और एटीएम के स्टेटमेंंट व मोबाइल कॉल की डिटेल, लोकेशन दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करने के लिए पर्याप्त हैं।