परिच्छा में क्रिकेट टूर्नामेंट का हुआ सफल आयोजन

शिवपुरी। खेल हमारे जीवन का अहम हिस्सा है, यह हमारे शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक है। आजकल की व्यस्त दिनचर्या में खेल ही एकमात्र साधन है जो मनोरंजन के साथ-साथ हमारे विकास में सहायक है। खेल बालक एवं युवाओं के मानसिक एवं शारीरिक दोनों ही विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। कुछ माता-पिता खेलों को सिर्फ मनोरंजन का साधन समझकर बालकों को खेलों में रुचि लेने का विरोध करते हैं, परंतु खेल ही एक ऐसा व्यायाम है जिससे हमारे शारीरिक अंगों के साथ-साथ मानसिक विकास होता है। यह विचार वरिष्ठ भाजपा नेता एवं ब्राह्मंण समाज के जिलाध्यक्ष दिलीप मुदगल द्वारा पोहरी के ग्राम परिच्छा में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के फायनल के अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। 

मुदगल ने कहा कि खेलों के द्वारा खिलाड़ियों में सामाजिकता की भावना का विकास होता है, आज खेलों को बढ़ावा देने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं जिससे खेलों के क्षेत्र में भी युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके। फायनल की अध्यक्षता पोहरी थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा द्वारा की गई जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में पोहरी एसडीओपी अशोक घनघोरिया रहे। विशिष्ट अतिथि एसडीओपी घनघोरिया एवं थाना प्रभारी शर्मा ने खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया। इस मौके पर भाजपा के बैराड मंडल मंत्री पवन सोनी, पोहरी युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शुभम शर्मा, विशंभर शर्मा, योगेश शर्मा, विद्या शर्मा, भूरा पाराशर आदि उपस्थित रहे। यहां बता दें कि भाजपा नेता दिलीप मुदगल ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहते हैं और अपनी ओर से हर संभव सहायता प्रदान करते हैं। 

भटनावर ने गणेशखेड़ा को हराकर जीता फायनल
विगत दिनों से परिच्छा में चल रहे क्रिकेट टूर्नामेंट के आज फायनल मुकाबले में भटनावर की टीम ने गणेशखेड़ा को हराकर फायनल ट्राफी पर कब्जा किया। विजेता टीम को मुख्य अतिथि दिलीप मुदगल ने अपनी ओर से 11 हजार रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया, वहीं सभी खिलाड़ियों को टी-शर्ट भी भेंट की। जबकि उपविजेता टीम को 5100 रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर मुख्य अतिथियों द्वारा टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए आयोजक समिति के सदस्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की, साथ ही आगे भी इस तरह के आयोजन करते रहने की बात कही। टूर्नामेंट के सफल आयोजन में समिति के अध्यक्ष योगेश खटीक, उपाध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा, जसराम शाक्य, कोषाध्यक्ष हसीन, जगदीश बाबा जाटव, अरविंद, नरेश यादव, रामप्रकाश, अरविंद, वीरू जाटव, मस्तराम आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।