पढ़ें: शिवपुरी से हटाए जाने के बाद नेहा मारव्या का क्या हुआ

भोपाल। मप्र में कैडर आवंटन से लेकर अब तक लगातार विवादों में चली आ रहीं महिला आईएएस अफसर NEHA MARVYA IAS को अब कृषि विभाग के उपसचिव पद से भी हटा दिया गया है। अब नेहा को मंत्रालय में ओएसडी बनाया गया है। कम शब्दों में कहें तो सारी पॉवर छीन ली गई है। बता दें कि नेहा के साथ कई विवाद संलग्न हैं। शिवपुरी में जिला पंचायत सीईओ रहते उन्होंने कलेक्टर को ही कार्रवाई के घेरे में ले लिया था। 

करीब आधा दर्जन तबादलों के बाद नेहा मारव्या शिवपुरी पहुंची थीं। उम्मीद थी कार्यकाल पूरा करेंगी परंतु ऐसा नहीं हुआ। शिवपुरी विवाद के कारण नेहा मारव्या को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में भेजा था लेकिन विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया से विवाद के कारण दो माह बाद ही उन्हें कृषि विभाग में उपसचिव बना दिया गया था। यहां भी उनकी कार्यशैली के चलते एक अवर सचिव ने तो अपना विभाग ही बदलवा लिया।

कृषि विभाग में क्या किया

कृषि संचालक मोहनलाल मीना ने एक स्टेनो उनके पास मंत्रालय में अटैच किया तो इस पर ही सवाल खड़े कर दिए कि इसकी प्रक्रिया क्या है, अब तक कितने कर्मचारी इस तरह अटैच किए गए। मंत्रालय में उनके अधीनस्थ काम कर रही अवर सचिव स्तर की अधिकारी तो उनके व्यवहार से चार बार रो पड़ी है।

और क्या क्या किया

कृषि विभाग में आने के बाद 11 ड्राइवर बदल चुकी हैं। 
एप्पल का लेपटॉप न मिलने से हो गई थीं नाराज। 
गाड़ी में ज्यादा डीजल के लिए मंडी अफसरों से भिड़ गईं। 
कर्मचारी की छुट्टी कैंसिल कर खुद छुट्टी पर चली गईं। 

CM के पीएस की फाइलों में भी लगाया पेंच

उद्यानिकी विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल की अनुपस्थिति में जब उन्हें विभाग का चार्ज मिला तो उन्होंने पीएस की फाइलों पर भी पेच लगा दिए। इसके चलते उनका चार्ज बदलकर दूसरे अधिकारी को दिया गया।