भाजपा के शासन में दबंगों का खौफ, डर से ग्रामीण कर रहे है पलायन,प्रशासन मौन

शिवपुरी। अभी हुए कोलारस के उपचुनाव में भाजपा के पूरे मंत्री मण्डल ने अपनी पूरी ताकत चुनाव में झोंक दी। कोलारस में सीएम ने स्टेज से कई बार कहा कि हमने पूरे मध्यप्रदेश को दस्यू और गुण्डा विहीन कर दिया है। परंतु एक मामला जो सामने आया है वह चौंकाने वाला है। एक गांव में दबंग के खौफ के चलते ग्रामीण गांव से पलायन करने को मजबूर है। ग्रामीणों ने इस बात की शिकायत ग्रह मंत्रालय तक कर दी। परंतु उन्हें इस दबंग के खौफ से छुटकारा नहीं मिल सका है। यह मामला है बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम विजौरा का। 

बीते रोज ग्राम विजौरा के ग्रामीण गजराज ने लगभग दो दर्जन ग्रामीणों के साथ मिलकर डीजीपी को शिकायत करते हुए कहा है कि गांव के ही आरोपी हुकुम सिंह यादव, गंगाराम यादव, विश्राम यादव और केशव यादव ने गांव में आंतक बरफा रखा है। उक्त आरोपी आए दिन ग्रामीणों के साथ मारपीट करते है। इस मारपीट से छुब्द होकर गांव के ही लगभग पांच परिवार गांव से पलायन कर चुके है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त आरोपी आदतन अपराधी है इन आरोपीयों की कई बार शिकायत होने के बाद भी उक्त आरोपी अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे है। और आए दिन ग्रामीणों को परेशान कर प्रताणित करते रहते है। इन आरोपीयों पर बैराड़ थाने में भी हत्या के प्रयास सहित आधा दर्जन मामले दर्ज है। बीते कुछ दिनों पूर्व आरोपीयों ने एक राय होकर गांव के खरंजा पर अवैध निर्माण के उद्देश्य से पत्थर डाल कर ग्रामीणों के रास्ते को रोक दिया है। 

इस बात की शिकायत जब पीडि़तों ने पुलिस थाने में की। तो पुलिस ने भी महज मामला राजस्व का होने की कहकर इन्हें टाल दिया। अब ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी आज दिनांक तक आरोपीयों पर कोई कार्यवाही नहीं होने से आरोपीयों के होसले बुलंद है। गजराज ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर अब भी सुनवाई नहीं हुई तो वह भी और ग्रामीणों की तरह गांव से पलायन करने के लिए मजबूर होंगे। 

इनका कहना है
हां विजौरा गांव में इन यादवों का आंतक तो है। पुलिस ने इन आरोपीयों को हिरासत में लेकर हत्या के प्रयास तक का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है। अब फिर शिकायत आई है कि आरोपीयों ने शासकीय जमीन पर कब्जा करनें का प्रयास किया है। इस मामले में मैं खुद गया था और आरोपीयों को समझाकर अतिक्रमण हटाने की हिदायत देकर आया था। अब इस मामले में पुलिस क्या कर सकती है। अब तो इस मामले की शिकायत पंचायत करें तो कुछ हो सकता है। रही बात पलायन की तो पलायन किसी ने नहीं किया सब अपनी मर्जी से गांव छोडक़र गए है। 
ओपी आर्य, टीआई पुलिस थाना बैराड़।