मड़वासा का पॉवर हॉउस ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नहीं मैंने लगवाया: सुरेन्द्र शर्मा

कोलारस/शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने शिवपुरी सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर गलत बयानी करने का आरोप लगाया है। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि कोलारस विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के दौरान सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उन्होंने बिना माँगे ही मड़वासा ग्राम में पॉवर हॉउस स्वीकृत कराया है जो कि सरासर ग़लत है। 

सांसद जी जब आप स्वयं ही कह रहे कि आपसे गाँव वालों ने मांगा ही नहीं फिर भी आपने पॉवर हॉउस स्वीकृत करा दिया। आखिर इतनी मेहरबानी की वजह क्या है, हकीकत तो यह है कि मड़वासा में पॉवर हॉउस "मड़वासा के मौढा" सुरेन्द्र शर्मा के प्रयास से स्वीकृत हुआ है।

मड़वासा में पॉवर हॉउस के निर्माण हेतु पिछले कई सालों से मेरे प्रयास जारी थे इस बात के साक्षी ग्राम मड़वासा-हरिपुर-इमलौदा-टौरिया के ग्रामवासी, पूर्व ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला, वर्तमान ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन तथा मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के सी.एम.डी श्री संजय शुक्ला स्वयं हैं।

सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि दूसरे के काम पर खुद का लेबल चिपकाना ज्योतिरादित्य सिंधिया जी की पुरानी आदत है, केंद्र की योजना में पूर्व से ग्राम की जनसंख्या के अनुपात में पूर्व से ही स्वीकृत प्रधानमंत्री ग्राम सड़कों को बनवाने का श्रेय लेने की तरह ही वह इस पॉवर हॉउस का भी श्रेय लेना चाहते हैं हिंदी साहित्य में इसे "आँधी के आम लूटना" कहा जाता है।

सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने मड़वासा के पॉवर हॉउस के लिये कोई भी प्रयास किया है तो उनकी किस मंत्री या अधिकारी से कब कब हुई या उन्होंने कोई पत्राचार किया हो तो उसे उन्हें सार्वजनिक करना चाहिये।

सुरेन्द्र शर्मा ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल करते हुये कहा कि वह पिछले 15 साल से सांसद हैं उन्होंने कुल कितनी सांसद निधि कोलारस के विकास के लिये दी इसकी जानकारी भी वह क्षेत्र की जनता को दें, कोलारस क्षेत्र के निवासी के रूप में मेरा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया जी से सवाल है कि आप अपने आपको विकास का मसीहा कहते हो फिर आपके सांसद होते हुये भी यह क्षेत्र विकास में पिछड़ा क्यो?
किसी शायर ने कहा है--
"तू इधर उधर की न बात कर,तू बता काफ़िला क्यों लुटा।
मुझे रहजनों से गिला नहीं, तेरी रहबरी का सवाल है।।