सरकारी बोर में डल रही थी BJP की मोटर, वाहन जब्त करवा भागे CMO

शिवपुरी। कोलारस उपचुनाव में भाजपा नेताओं पर मतदाताओं को धमकाने और लालच देने के कई आरोप लग रहे हैं। कोलारस चुनाव की स्टार प्रचारक यशोधरा राजे सिंधिया तक कार्रवाई की जद में आ चुकीं हैं। इधर बदरवास नगर पंचायत के सीएमओ सौरभ गौड़ के 2 रुप देखने को मिले। एक तरफ उन्होंने नियम का पालन किया और दूसरी तरफ डरकर भाग खड़े हुए। भाजपा के भ्रष्टाचार और सौरभ गौड़ की वीरता का सबूत थाने में खड़ा है। 

हुआ यूं कि बदरवास क्षेत्र के एक वार्ड में जब भाजपा के नेता वोट मांगने पहुंचे तो वार्डवासियों ने उन्हे अपना सूखा बोर दिखा दिया। बताया कि मोटर खराब है, नगर पंचायत ने आज तक नहीं बदली। पानी नहीं तो वोट नहीं। कहा जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशी ने तत्काल बंद पड़े बोर में मोटर डलवाने के आदेश सुना दिए। उनके समर्थकों ने बाजार से मोटर खरीदी और जा पहुंचे सरकारी बोर को फिर से चालू करने, आखिर पूरे मोहल्ले के वोट का सवाल था। 

जैसे ही इसकी सूचना नगर पंचायत सीएमओ सौरभ गौड़ को लगी वो भी मौके पर पहुंच गए और उस वाहन को खींचकर थाने ले जाए जिसमें भाजपा की मोटर और पाइप रखे हैं। वाहन पुलिस के सुपुर्द कर सौरभ गौड़ वापस चले गए लेकिन कागजी कार्रवाई के नाम पर कहीं कुछ दर्ज नहीं किया गया। थाने में वाहन खड़ा है लेकिन आचार संहिता के उल्लंघन की ना तो कोई शिकायत है ना कार्रवाई। हालात यह हैं कि सत्ताधारी दल के डर से सौरभ गौड़ ने भी अपना बयान बदल दिया है। 

पढ़िए क्या कहते हैं सीएमओ
आप किस वाहन की बात कर रहे है मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। अब वाहन पुलिस थाने में रखा है तो आप पुलिस से बात करें। 
सौरभ गौड़, सीएमओ नगर पंचायत शिवपुरी। 

सीएमओ खींचकर लाए थे इसे: पुलिस
थाना बदरवास पुलिस का कहना है कि सीएम सौरभ गौड़ खुद इस वाहन को लेकर आए थे और थाने में जमा करवा दिया। फिलहाल यह वाहन पुलिस अभिरक्षा में है। जिस तरह की कार्रवाई के आदेश आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। 

वाहन तो है ना, मैं देखता हूं
सुनील कुमार पाण्डे,पुलिस अधीक्षक शिवपुरी का कहना है कि वाहन थाने में रखा है उसे छोड़ा तो नहीं है ना। में मामले को दिखवा लेता हूं जो भी कार्यवाही होगी की जाएगी।

कांग्रेस प्रत्याशी को कुछ पता ही नहीं
इस मामले में जब कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र यादव से जानकारी चाही गई तो उनका फोन उनके किसी समर्थक ने उठाया। उसने पूछकर बताया कि इस बारे में यादव को कोई जानकारी नहीं है। महाराज को पता होगा।