कोलारस उपचुनाव: CM के दौरे के बाद देवेन्द्र जैन का नाम सबसे ऊपर

सतेन्द्र उपाध्याय/ शिवपुरी। कोलारस और मुंगावली के चुनाव की तारीखों को लेकर चल रही स्थिति पर चुनाव आयोग की मोहर लगते ही अब प्रत्येक व्यक्ति की निगाहें पार्टीयों के उम्मीदवारों पर टिक गई है। कोलारस क्षेत्र में सीएम के दौरे के दौरान चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता लगते ही सीएम शिवराज सिंह अपने दौरे को बीच में ही छोडक़र बापस चले गए। सीएम के इस दौरे पर लोगों की निगाहें टिकी हुई थी कि शायद आज भाजपा की और से प्रत्याशी की घोषणा सीएम कर सकते है परंतु आचार संहिता लगते ही सीएम दौरे को बीच में ही छोडक़र चले गए। 

इस दौरान आचार संहिता की घोषणा होते ही सीएम शासकीय मशीनरी के उपयोग के मामले में अटक गए। सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित कलेक्टर तरूण राठी इस असमंजस में थे कि आखिर सीएम शिवराज सिंह अब बापस कैसे जाएगें। उसके बाद सीएम शिवराज सिंह सहित कलेक्टर ने चुनाव आयोग से हेलीकॉप्टर से लौटने की अनुमति चाही। जिस पर चुनाव आयोग ने लगभग 1 घण्टे की चर्चा में सीएम शिवराज सिंह को शासकीय हेलीकॉप्टर से लौटने की अनुमति तो दे दी लेकिन सरकारी कार का उपयोग करने से मना कर दिया। 

इसी दौरान सीएम शिवराज सिंह कोलारस के पूर्व विधायक और टिकट के दावेदार देवेन्द्र जैन की कार में सवार होकर हेलीपेड तक गए। अब देवेन्द्र जैन की कार में सवार होने के चलते भाजपा से देवेन्द्र जैैन की दावेदारी सबसे ऊपर आ गई है। कहा जा रहा है कि इस तरह से सीएम ने संकेत दे दिया है। निर्धारित समय पर पार्टी ऐलान कर ​देगी। 

यहां बता दे कि भाजपा के पूर्व विधायक देवेन्द्र जैन पिछले चुनाव में 25 हजार वोटों से लंबी शिकस्त खा चुके है। जिसे पूरा प्रशासन और भाजपा सरकार कोलारस वासियों को सौगातें देकर पाटने का प्रयास कर रही है। हांलाकि यह चुनाव सीएम शिवराज सिंह और क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच माना जा रहा है। जिसमें कांग्रेस की ओर से दिवंगत विधायक रामसिंह यादव के पुत्र महेन्द्र सिंह यादव का टिकट फाइनल माना जा रहा है। वही भाजपा से टिकट की दावेदारी दिखा रहे भाजपा के पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी अपने ही कार्यकर्ताओं से उलझने के कारण कमजोर माने जा रहे है।