चुनावी चर्चा: झोलाछापों के चक्कर में जांच का झोला, ठाकुरजी की ठसक और डी कंपनी की जासूसी

ललित मुदगल/शिवपुरी। भाजपा की आचार संहिता के रट्टे मेें फंसने की बोनी हो चुकी है। कोलारस में भाजपा के पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल ने कोलारस में निजी डॉक्टरो की बैठक लेकर भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील कर दी। अग्रवाल साहब के पीछे सीएम साहब भी बैनर में चिपके मुस्करा रहे थे। इस कार्यक्रम में अल्प संख्यक आयोग के सदस्य राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त डॉ एएस भल्ला भी मौजूद थे। कार्यक्रम में भाजपा को जीताने की अपील की गई थी। यह सब हुआ जब आचार संहिता प्रभावी हो चुकी थी। मंत्री के संत्रियों ने इस कार्यक्रम के फोटो वायरल कर दिए। फिर क्या था कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शिकायत जड़ दी। 

झोला छाप डॉक्टरों के चक्कर में जांच का झोला चिपक गया। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग जांच कर रही है जांच सिद्ध होती है तो इस दावत का खर्च भाजपा प्रत्याशी के खाते में चिपक जाऐगा। मतलब वोटों की बोनी को पता नही पर खर्चे की बोनी जरूर सामने दिख रही है। 

सावधान सेठजी, पंडित जी अगरबत्ती लगा रहे है
हांलाकि अभी किसी का टिकिट फायनल नही है। कमल दल से सेठजी का नाम भी सबसे ऊपर खबरी बता रहे है। खबरी यह भी बता रहे है कि सेठजी को निबटाने की प्लानिंग भी कमलदल वाले कुछ सूरमा कर रहे है। अपनी खुफिया ऐजेंसी का कहना है कि अगर सेठजी निकाय चुनाव में अपने पत्ते नही बैठाते तो आज निकाय की तस्वीर कुछ ओर होती। इस कारण पंडित जी रोज भगवान पर अगरबत्ती लगा रहे है कि सेठजी को टिकिट मिले तो बदला लेना है। दूसरे सजातीय बंधु भी शिवपुरी से रोज कोलारस समाज के लोगो को फोन लगाकर राख में दबे अंगारे निकाल रहे हैं। वे बता रहे है कि कैसे सेठजी ने पटक-पटक कर मारा था। समय आ गया है बदला लेने का..........पिछला रिकार्ड तुडवा कर ही दम लेगेंं। 

ठाकुर साहब की ठकुरास से सोशल पर साईबर ठप
कमल दल की ओर से टिकिट जेब में रखा मान रहे ठाकुर साहब की ठकुराईन का बयान सोशल मिडिया ने क्या प्रकाशित कर दिया। ठाकुर साहब नाराज हो गए और धमका दिया खबरी लाल को, फिर क्या था खबरी ने भी सब रिकार्डं कर पहुंच गए, डंडा विभाग के पास। ठाकुर साहब को समझ नही आ रहा है कि अब क्या करें... क्योंकि खबरची को ठाकुरास में धमका तो दिया, खबरीचियों की पूरी जमात नाराज हो गई... जेब में रखा टिकिट उड़ गया तो ठकुरास तो धरी रह जाऐगी ऊपर से पुलिसिया रजिस्टर में रंग गए तो और आफत...। 

डी कंपनी को उखाडने की तैयारी
नेता टिकिट के मल्लयुद्ध में व्यस्त हैं, कोलारस से ज्यादा राजनीति इस समय नौकरशाही में चल रही है। डी कंपनी के डारेक्टर को उनके विरोधी पूरी ताकत लगाने के बाद हिला नही पाए। इस समय जिले में अचार संहिता प्रभावी है, संगठन का बल नही मिल पाऐगा। खुफिया ऐजेंसी का कहना है कि डी कंपनी के विरोधी पूरा समान इकठठा कर रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि अभी प्रदेश के मुखिया कोलारस आए थे। तब डारेक्टर साहब ने अपने वाटसऐप से जो संदेश अपने अमले को भेजे थे उनके स्क्रीन शॉट और फोन कॉल की रिकार्डडिंग और टोपी पहने ड्रेस में भाषण पेलते फोटो और भी कई सबूतों को इकठ्ठा कर चुनाव आयोग को सोंपने की तैयारी विरोधी कर रहे हैं।