पिछले 3 साल में 4 करोड फूक दिए लाईटो में फिर भी शहर में अधेंरा

शिवपुरी। शिवपुरी की नगर पालिका भ्रष्टाचार की आंकठ  में डूबी हुई है। नगर पालिका द्वारा पिछले 3 साल में शहर को रोशन करने के लिए लगभग 4 करोड रू फूक दिए फिर भी शहर में अधेंरे का राज कायम है। बताया जा रहा है कि नपा ने वर्ष 2015 में 2 करोड़ रूपए की एलईडी की खरीद की गई। वर्ष 2016 में फिर 80 लाख रूपये की और 2017 में 60 लाख रूपये की सोडियम लाइटें क्रय की गईं। नपा के सूत्रों के अनुसार उक्त लाइटें बजाज कंपनी के नाम से दिल्ली से खरीदी गईं और बजाज कंपनी की लाइटों की एक वर्ष की गारंटी रहती है, लेकिन मुश्किल से दो महीनों में ही लाइटें फुंक गईं और उन्हे बाले-बाले खम्बों से उतारकर स्टोर में रखवा दिया गया।

यदि वह कंपनी की लाइटें होती तो नगर पालिका गारंटी पीरियड का उपयोग कर सकती थी। इससे यह संभावना है कि बजाज कंपनी के नाम पर भारी कमीशन के चक्कर में नकली लाइटें खरीदी गईं। इस खरीद पर समय-समय पर जनता और पार्षदों में भी आपत्ति उठाई। पार्षदों ने परिषद में भी इस मामले को जोरशोर से उठाया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ।  

मुन्नालाल ने सत्ता संभालते ही उन्होंने शहर को अंधेरे से मुक्त करने का बीड़ा उठाया और शहर में सोडियम बल्ब हटाकर एलईडी की रोशनी से जगमग करने की दृष्टि से 2 करोड़ रूपए की एलईडी की खरीद की गई। जिसमें 1 एलईडी की कीमत 14 हजार और 19 हजार 500 रूपए निर्धारित की गई थी, लेकिन यह करोड़ों रूपए की एलईडी कुछ ही महीने चल सकी। इसके वितरण में भी भेदभाव के आरोप लगे। 

बहुत जल्द ही लाइटें फुंक गईं जिससे नपा प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगना भी शुरू हो गए। उस समय एलईडी खरीदी का मामला परिषद की बैठक में जोरशोर से उठा और आनन-फानन में उक्त एलईडी खंभों से उतार ली गईं और उन्हें स्टोर रूम में रख दी गईं जबकि उक्त एलईडी बजाज कंपनी की होनी बताई गईं थी। जिनकी एक वर्ष की गारंटी थी फिर भी नपा ने उक्त एलईडी वापस नहीं की थी और जनता का 2 करोड़ रूपए कचरे के ढेर में चला गया। 

एलईडी उतारने के बाद नपा ने 80 लाख रूपए की सोडियम लाईट की खरीदी की गई और शहर के खंभों पर लगा दी गईं, लेकिन वह लाईटें भी ज्यादा नहीं चल सकी और नपा ने वर्ष 2017 में पुन: 60 लाख रूपए की खरीदी कर ली। इतना होने के बावजूद भी शहर की मुख्य सडक़ों के साथ-साथ कॉलोनियां अंधेरे में डूबी रहती हैं जिसे लेकर आए दिन पार्षद परेशान होकर विरोध करने के लिए तैयार रहते हैं। 

वहीं जनता भी अंधेरे से निजात पाने के लिए नपा में चक्कर लगा रही है, लेकिन इतना बड़ा भ्रष्टाचार होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही जिम्मेदारों पर नहीं की गई। 

इनका कहना है
पिछले तीन वर्षों में जो खरीदी की गई थी उसकी जानकारी मैं देखकर ही दे पाऊंगा। इसकी मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन इस वर्ष मेंटीनेंस के लिए चौक और बल्ब खरीदे गए हैं जिन्हें लगाने का कार्य किया जा रहा है और जल्द ही शहर पुन: रोशनी से जगमगा उठेगा।  
गोविंद भार्गव, प्रभारी सीएमओ नपा शिवपुरी