सपरिवार नौकरी करने आती है शिक्षिका, 24 बच्चों पर 250 ग्राम दाल

शिवपुरी। सिरसौद जन शिक्षा केन्द्र के शासकीय प्राथमिक विद्यालय माडनखेडी स्कूल की एक शिक्षिका जब भी स्कूल में नौकरी करने आती है तो वे विथफैमिली आती हैं। आज डीपीसी को निरिक्षण के दौरान स्कूली छात्र हाथों में रोटी खाते मिले। जानकारी के अनुसार जन शिक्षा केन्द्र  सिरसौद के शासकीय प्राथमिक विद्यालय मडनखेडी के स्टाफ और मध्याह्न भोजन के लगातार शिकायत मिली रही थी। इन्ही शिकायतों के चलते आज डीपीसी इस स्कूल पर निरीक्षण करने पहुुचें। बताया जा रहा है कि इस स्कूल में 2 शिक्षक पदस्थ है। और बच्चो की कुल संख्या 41 दर्ज है। 

आज निरिक्षण के दौरान स्कूल में पदस्थ शिक्षिका भावना त्रिपाठी अनुपस्थित मिली, महिला शिक्षक कल स्कूल आई थी आज नही आई। जांच के दौरान पता चला कि उक्त शिक्षिका पिछले 3 माह से स्कूल नही आई है। पिछले 3 माह में शिक्षिका केवल कल ही स्कूल आई थीं। उपस्थिती रजिस्टर में मेडिकल लिखा मिला, लेकिन मेडिकल से संबंधित कोई कागजात स्कूल में नही मिले। बच्चो ने बताया कि मेडम 11 बजे अपने पति और बच्चे के साथ स्कूल आती है और 3 बजे चली जाती है। स्कूल में उपस्थित सहायक उध्यापक सीताराम कुशवाह ने बच्चों की बातों का समर्थन किया। 

बताया जा रहा है कि निरिक्षण के दौरान कागज कंपलीट नही मिले, वर्क बुक पर आधी-अधूरी जानकारी मिली। वहीं इस स्कूल मध्याह्न भोजन की व्यवस्था भी खस्ताहाल मिली आज उपस्थित 24 बच्चो को 2-2 रोटी बांटी गई, रोटिया कुपोषित थी और इन बच्चों के लिए मात्र 250 ग्राम दाल बनाई गई थी। 

वही पास ही गडरिया प्राथमिक विद्यालय में उपस्थित शिक्षक रोशन लाल कुशवाह बच्चों को पढाते मिले, डीपीसी ने कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों से समान्य से जोड दिए जो बच्चे कर न सके इतना ही नही बच्चे ईकाई और दहाई में अंतर नही बता पाए। 

वह इस स्कूल के बच्चे हाथ में खाना खाते मिले। दोनो ही स्कूलों मे मध्याह्न भोजन की व्यवस्था ठप मिली। दोनो ही स्कूलों में जय शिव स्व: सहायता समूह ही खाना बांटता है। इस सहायता समूह पर कार्रवाई के आदेश डीपीसी शिरोमणि दुबे ने कर दिए है।

माडनखेडी स्कूल की शिक्षिका भावना त्रिपाठी पर पिछले 3 माह की वेतन वसूली की कार्रवाई की जाऐगी। जनशिक्षा केंन्द्र सिरसौद के सीएसी मनोज खत्री पिछले डेढ माहिने से स्कूल पर नही पहुंचे। बताया गया है कि पदस्थ सीएसी को 15 दिनो में एक बार स्कूल चैक करना आवश्यक है। सीएसी के अपने काम में लापरवाही करने के कारण  2 माह की वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई की जाऐगी।