रामेश्वर शर्मा अपनी गलत बयानी पर माफी मांगे: महेन्द्र यादव

शिवपुरी। भोपाल ग्रामीण के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कोलारस में वक्तव्य दिया कि मेरे पिता स्व. रामसिंह यादव का निधन सांसद श्री सिंधिया के द्वारा उनको मंच से उतार दिए जाने के सदमे से हुआ। इससे बड़ा झूठ दुनिया में नहीं हो सकता इस तरह का झूठा आरोप लगाकर सांसद श्री सिंधिया की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है वहीं मेरे पूरे परिवार की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाकर मानसिक तौर पर प्रताडि़त किया जा रहा है।

मेरे पिता स्व. रामसिंह यादव के सम्मान को धूमिल किया जा रहा है जो व्यक्ति आज हमारे मध्य नहीं है। राजनीतिक लाभ लेने के लिए उनके विषय में इस तरह के झूठे वक्तव्यों का सहारा लिया जा रहा है। अपने आपको हिन्दुत्व के प्रतीक मानने वाली भाजपा के लोगों को यदि जरा भी धर्म एवं संस्कृति में विश्वास है तो अपने इस घिनौने कृत्य के लिए तत्काल माफी मांगनी चाहिए। उक्त तीखी प्रतिक्रिया कोलारस विधायक रहे स्व. रामसिंह यादव के पुत्र महेन्द्र यादव ने शिवपुरी जिले के समस्त वरिष्ठ कांग्रेसजनों की उपस्थिति में पत्रकारवार्ता  में व्यक्त की। 

श्री यादव ने भाजपा एवं विधायक रामेश्वर शर्मा के वक्तव्य का खण्डन करने हेतु कहा कि जिस ब्राह्मण समाज के आयोजन की चर्चा विधायक श्री शर्मा ने की है, सच्चाई तो यह है कि मेरे पिता दादा रामसिंह यादव का स्वास्थ्य पूर्व से ही खराब था, एक दिन पूर्व पोलिंग कार्यकर्ताओं की बैठक के दरम्यान कोलारस में ही सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया जो कि हमारे परिवार के मुखिया हैं, जब उन्होंने देखा कि पिता की तबीयत ठीक नहीं है और चलने में परेशानी हो रही है। 

तब उन्होंने पिता से व्यक्तिगत अनुरोध किया कि वो घर पर जाकर आराम करें और स्वस्थ होने के बाद ही राजनीति कार्यक्रमों में हिस्सा लें, चूंकि सांसद सिंधिया का तीन दिवसीय दौरा था, हम सभी लोग दौरे में साथ में थे, पिता जी दूसरे दिन कोलारस में संपन्न हो रहे ब्राह्मण समाज के आयोजन में आ गए तब सांसद श्री सिंधिया ने पिताजी से परिवार के मुखिया एवं हमारे परिवार के शुभचिंत होने के नाते उनसे विनम्र अनुरोध किया वो आयोजन स्थल से सीधे अपने घर जाकर आराम करें।

इस बात को भाजपा ने बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रही और जनता सब जानती है। इस अवसर पर कांग्रेस के विधानसभा प्रभारी अशोक चौधरी, अभिताभ हर्षी, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, बैजनाथ सिंह यादव, मिथलेश यादव, महेन्द्र यादव, हरवीर सिंह रघुवंशी, अलोक शुक्ला, सीताराम रावत, सहित अन्य कांग्रेसी जन उपस्थित थे।