कूडे के ढेर पर शहर: सफाई कर्मचारियों की वार्ता विफल, ठेके पर हो सकती है सफाई

शिवपुरी। नगरपालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की हड़ताल आज छठे दिन भी जारी रही। नपा प्रशासन और सफाई कर्मचारियों के बीच कल रात हुई वार्ता में कोई हल नहीं निकला। सफाई कर्मचारी 240 कर्मचारियों के नियमतीकरण और अन्य कर्मचारियों को कलेक्टर रेट पर 9 हजार 350 रूपए प्रतिमाह भुगतान किए जाने की मांग पर अडिग हैं जबकि इस मांग के प्रति नपा प्रशासन ने अपनी असमर्थता जाहिर की है। नपा उपाध्यक्ष और समझौता वार्ता के लिए गठित की गई टीम के अध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी का कहना है कि शासन द्वारा शहर के 39 वार्डों की सफाई के लिए 165 कर्मचारी स्वीकृत किए गए हैं जबकि वर्तमान में नगरपालिका में इससे कहीं अधिक 485 कर्मचारी कार्यरत हैं और इन सभी कर्मचारियों को न तो नियमित किया जा सकता है और न ही उन्हें कलेक्टर रेट पर भुगतान किया जा सकता है। 

नपा प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त कराने के लिए अपनी तरफ से जो पेशकश की है उस पर सफाई मजदूर कांग्रेस ने आज तक का समय मांगा है। नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा का कहना है कि यदि हमारी पेशकश पर सफाई कर्मचारी सहमत नहीं हुए तो आज से ही अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा। हड़ताल जारी रहने से शिवपुरी शहर इन दिनों कूड़ाघर बना हुआ है और बीमारी की आशंका बलबती होती जा रही है। 

नगरपालिका शिवपुरी में 485 सफाई मजदूरों की तीन कैटेगरी हैं। पहली कैटेगरी में अंशकालिक सफाई कर्मचारी हैं और इन 105 अंशकालिक कर्मचारियों को इस समय 3100 रूपए प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जाता है जबकि दूसरी  कैटेगरी में संविदा कर्मचारी जिन्हें 5400 रूपए प्रतिमाह वेतन मिलता है जबकि नियमित कर्मचारियों को 6 हजार रूपए प्रतिमाह मिलते हैं। सफाई मजदूर कर्मचारियों की मांग है कि 240 कर्मचारियों को नियमित किया जाए और अन्य सभी सफाई कर्मचारियों को कलेक्टर रेट की दर से भुगतान किया जाए। 

इन्हीं मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। नपा प्रशासन के साथ कल रात सफाई कर्मचारियों की हुुई बैठक में प्रशासन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि  वह सिर्फ अपने अधिकार क्षेत्र की बात कर सकते हैं और शासन स्तर पर फैसला लेने और आश्वासन देने के लिए हम सक्षम नहीं है। नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने सफाई कर्मचारियों से बातचीत के लिए जो समिति गठित की है उस समिति में नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा अध्यक्ष और सदस्यगण के रूप में भानु दुबे, इब्राहिम खां, स्वास्थ्य अधिकारी गोविंद भार्गव, और सफाई कर्मचारियों की ओर से नंदराम लोहरे और सफाई मजदूर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष श्याम कोड़े शामिल किए गए हैं। 

समिति ने सफाई मजदूर कर्मचारियों के समक्ष प्रस्ताव रखा कि जिन अंशकालिक सफाई कर्मचारियों को 3100 रूपए वेतन दिया जा रहा है उन्हें 4500 रूपए, संविदा कर्मचारियों को 5400 के स्थान पर 6500 रूपए तथा 2007 से पहले सेवा में आए कर्मचारियों को 6 हजार के स्थान पर 7 हजार रूपए वेतन दिया जाएगा। यह भी पेशकश की गई है कि 23 सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। समिति के सदस्यगणों का कथन है कि इससे ज्यादा वह कुछ  करने की स्थिति में नहीं है और यदि सफाई कर्मचारी इस प्रस्ताव पर सहमत नहीं होते तो आज से पार्षदगण, नगरपालिका कर्मचारी और समाजसेवी शहर की साफ सफाई में जुटेेंगे। वहीं शिवपुरी की सफाई व्यवस्था ठेके पर दे दी जाएगी।