स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आम जनता तक पहुंचाने में मैदानी कर्मचारियों की अहम् भूमिका है: रूस्तम सिंह

शिवपुरी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं जिले के प्रभारी रूस्तम सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आम जनता तक पहुंचाने और स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराने में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं एएनएम की अहम् भूमिका है। ये सभी अपने कार्य क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए स्वास्थ्य सेवाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाए। 

रूस्तम सिंह ने उक्त आशय के विचार स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास द्वारा कुपोषण मुक्त भारत अभियान एवं दस्तक अभियान के तहत संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किए। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलारस में आयोजित कार्यशाला में कलेक्टर श्री तरूण राठी, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे सहित स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण आदि उपस्थित थे।

प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कार्यशाला को संबोधित कहा कि कार्यशाला आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य आपसी वार्तालाप के माध्यम से मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारियों एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं का निदान करने के साथ-साथ शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर तरीके से अद्यतन कराना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बच्चों में कुपोषण को रोकने हेतु अनेको योजनाएं संचालित की है। 

उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि ग्रामीण महिलाओं को कुपोषण को रोकने के घरेलू उपायो को भी बताए और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को चिन्हित भी करें। कुपोषण को दूर करने के लिए महिलाओं को अपने भोजन में गुड़ एवं खटाई का प्रयोग कर कुपोषण एवं एनीमिया की कमी को दूर किया जा सकता है।

मां का दूध बच्चों में कुपोषण रोकने में काफी कारगर साबित हुआ है। प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह ने कहा कि मां का दूध कुपोषण रोकने में काफी कारगर साबित हुआ है, इसलिए मां को जन्म के एक घण्टे बाद शिशु को स्तनपान करना आवश्यक है। जिससे बच्चों के कुपोषण में कमी आएगी, वहीं बच्चों में विभिन्न संक्रमक रोगों से लडऩे की क्षमता भी बढ़ेगी। श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि हमें आंगनवाड़ी केन्द्र परिसरों में आंवले एवं सैजने के पौधे भी लगाना होंगे। पौधो से जहां बच्चों को विटामिन सी के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन भी मिलेगी। 

कार्यशाला को कलेक्टर तरूण राठी ने संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत के साथ-साथ कुपोषण मुक्त भारत बनाने में जिले के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा कार्यकर्ता कार्य करेंगी। यह प्रत्येक परिवार से संपर्क कर महिलाओं को कुपोषण दूर करने में उपयोग में आने वाली घरेलू चीजों के प्रयोग करने के लिए भी जागरूक एवं प्रेरित करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप विकासखण्ड सहित जिला स्तर पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर गंभीर रोगों से पीडि़त मरीजों को राज्य बीमारी सहायता योजना एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत बच्चों के हृदय रोग के ऑपरेशन भी कराए जा रहे है। इसी कड़ी में 106 बच्चों के ऑपरेशन भी किए गए है। 

कार्यक्रम के शुरू में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.एस.सगर ने स्वागत भाषण दिया और कार्यशाला की जानकारी दी। इस मौके पर स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं के तहत हितग्राहियों को लाभांवित भी किया। प्रभारी मंत्री ने चिकित्सालय सहित एनआरसी का किया निरीक्षण प्रभारी मंत्री ने सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलारस का निरीक्षण का स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में मरीजों से चर्चा कर जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पोषण पुनर्वास केन्द्र एनआरसी का भी अवलोकन कर केन्द्र में भर्ती बच्चों की माताओं से कुपोषण के संबंध में चर्चा कर जानकारी ली।