सफाईकमियों की हड़ताल का पांचवा दिन, गंदगी से पटा शहर

शिवपुरी। सफाईकर्मियों की नियमतीकरण और वेतन बढ़ाए जाने को लेकर चार अक्टूबर से शुरू हुई सफाई कर्मियों की हड़ताल का आज पांचवा दिन है जिन्होंंने कल रैली निकालकर नगरपालिका सीएमओ को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद नपा प्रशासन ने एक पांच सदस्यीय टीम का गठन किया जो सफाईकर्मियों की समस्याओं को हल करने के लिए चर्चा करेगी। 

इन पांच दिनों में शहर भर में सफाई न होने के कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं और दुर्गंध के कारण लोगों का बुरा हाल हो गया है नालियां जाम हो गई हैं और गंदा पानी सडक़ों पर फैल रहा है, लेकिन नगरपालिका प्रशासन ने सफाईकर्मियों की समस्याओं को लेकर ऐसा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जिससे जल्द से जल्द उनकी समस्याएं हल हो सके। 

विदित हो कि 240 सफाईकर्मियों के नियमतीकरण और शेष कर्मचारियों को 9 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय दिए जाने को लेकर सफाईकर्मियों द्वारा कई बार हड़ताल की गई और सफाई कार्य भी रोका गया जिस पर उन्हें हर बार आश्वासन दिया जाता रहा, लेकिन इस बार सफाईकर्मियों ने निर्णय लेकर नपा के कोई भी आश्वसन को न मानने की बात कहकर हड़ताल शुरू की। जिसका आज पांचवा दिन है। 

परिषद की बैठक में प्रोसिडिंग लिखे जाने के बावजूद भी सफाईकर्मियों ने नपा प्रशासन के प्रस्ताव को नहीं माना उनका कहना था कि उन्हें इस बार लिखित में और ठोस प्रमाण चाहिए तब जाकर वह हड़ताल खत्म करेंगे। सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारण शहर में साफ सफाई न होने से हालात काफी बिगड़ गए हैं सडक़ों पर गंदगी फैल रही है। पांच दिनों से सफाई न होने के कारण 14 नम्बर कोठी पर दुकानों के आगे गंदगी का ढेर लग गया है। ओरियंटल चौराहे पर हालत यह हैै कि सडक़ पर ही लोगों ने घरों का कचड़ा फेंक दिया है जिस पर सुअर अठखेलियां कर रहे हैं और वहां सुअरों के कारण हादस होने की आशंका भी प्रबल हो रही है।

पुरानी शिवपुरी नीलगर चौराहे पर भी गंदगी का ढेर लगा हुआ है गंदगी के कारण बीमारियां फैलने की आशंकाएं भी प्रबल हो गई हैं। इतना कुछ होने के बावजूद भी नगरपालिका ने सफाईकर्मियों की सुनवाई के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। हालांकि आज नगरपालिका ने एक टीम का गठन अवश्य किया है जिसमें नगरपालिका उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी, पार्षद इस्माइल खान, भानु दुबे और स्वास्थ्य अधिकारी गोविंद भार्गव सहित सफाईकर्मियों का नेतृत्व करने वाले श्यामलाल कोड़े और नंदराम लाहोरी को शामिल किया गया है, लेकिन यह तय नहीं किया गया कि उक्त समिति कब उनकी समस्याओं को लेकर बैठक करेगी।