नए सिविल सर्जन का नया कारनामा, नियमों को ठेंगा दिखा अधिक दर वाली फर्म को दे डाला ठेका

शिवपुरी। जिला चिकित्सालय में सफाई एवं सुरक्षा व्यवस्था हेतु सितम्बर माह में टेंडर बुलाए गए थे। लेकिन जिला चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा ऐसी फर्म को सुरक्षा व्यवस्था सौंप दी गई जिसकी दरें सबसे अधिक हैं। जबकि इससे कम दरों पर अन्य तीन फर्में कार्य करने के लिए तैयार थी। लेकिन उन्हें कार्य न सौंपते हुए अधिक से अधिक दर वाली फर्म को सुरक्षा व्यवस्था का कार्य भार सौंपा गया है। 

जिससे यह तथ्य जाहिर होता है कि शासकीय नियमों के अनुसार टेंडर प्रक्रिया इस लिए अपनाई जाती है कि शासन को कम से कम दरों पर अच्छे से अच्छा कार्य उपलब्ध हो सके। लेकिन यहां तो कम दर वाली फर्मों को दरकिनार कर अधिक दर वाली फर्म को कार्य सौंपा गया है। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि शासकीय प्रक्रिया जिला चिकित्सालय प्रबंधन के लिए कोई मायना नहीं रखती हैं। अपनी मनमानी करते हुए सिविल सर्जन द्वारा अधिक दर वाली फर्म को सुरक्षा व्यवस्था का काम सौंप दिया गया जो दाल में कहीं न कहीं काला स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। 

कम दर वाली फर्म ने जनसुनवाई में की अपील
जिला चिकित्सालय द्वारा सफाई एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए बुलाए गए टेंडरों में सबसे कम दर प्रस्तुत करने वाली फर्म सनसाईन लेवर एण्ड सिक्योरिटी के संचालक अशोक सिंह चौहान द्वारा जनसुनवाई में जिलाधीश को एक आवेदन के माध्यम से बताया गया है कि जिला अस्पताल शिवपुरी में सुरक्षा व्यवस्था हेतु टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया था। जिसमें उपरोक्त कंपनी की दरें राज्य शासन व न्यूनतम दर के हिसाब से प्रस्तुत की गई थी। जो सभी तरह से उचित हैं और अस्पताल में जो समिति गठित की गई थी उसके द्वारा भी उपरोक्त कंपनी की अनुशंसा की गई थी। 

तथा मौखिल रूप से कहा गया कि आपका टेंडर हो गया आप तैयारी करें। टेंडर प्रक्रिया दिनांक 10.10.2017 को ई-निविदा द्वारा की गई थी। उसके बाद इस टेंडर प्रक्रिया को फायनल करने में 18 दिन का समय सिर्फ सिविल सर्जन जिला अस्पताल द्वारा लिया गया। फर्म के संचालक ने इस संबंध में जब सिविल सर्जन से स्वयं चर्चा की तो उन्होंने कहा कि शाम को 5 बजे मैं आपको कार्यादेश दे दूंगा। लेकिन 28.10.2017 को सिविल सर्जन द्वारा प्रकाश सिक्योरिटी सर्विस को कार्यभार सौंप दिया गया। जिसकी दरें सबसे अधिक थीं। 

सिविल सर्जन की वजह से शासन को होगी लाखों की क्षति
जिला चिकित्सालय में सिविल सर्जन द्वारा सबसे अधिक दरें प्रस्तुत करने वाली फर्म को सफाई एवं सुरक्षा का कार्य सौंपा गया है। जबकि अन्य तीन फर्मों द्वारा सन-साईन लेवर एण्ड सिक्योरिटी प्रायईवेट लि. की दर 8400 रूपए, इंदौरिया सिक्योरिटी फोर्स की दर 8275. 68, वल्ड बाईल्ड सिक्योरिटी की दर 8993.87 तथा प्रकाश सिक्योरिटी सर्विस की दरें 9692 रूपए प्रस्तुत की गई थी। टेंडर प्रक्रिया के आधार पर सबसे कम दर प्रस्तुत करने वाली सनसनाईन लेवर एण्ड सिक्योरिटी को सफाई एवं सुरक्षा की व्यवस्था जिला प्रबंधन को सौंपा जाना चाहिए था। लेकिन जिला प्रबंधन द्वारा ऐसा न करते हुए सबसे अधिक दर प्रस्तुत करने वाली प्रकाश सिक्योरिटी सर्विस को कार्य सौंप दिया गया। जिसकी बजह से शासन को प्रतिमाह लाखों रूपए की क्षति होना तय माना जा रहा है।