शिवपुरी।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष लता ऐलकर ने पत्रकारों चर्चा करते
हुए सर्किट हाउस में कहा कि प्रदेश में बढ़ रही महिला हिंसा की घटनाओं पर
अंकुश लगाने के लिए समाज को जागरूक होना पड़ेगा साथ ही पकड़े जा रहे
अपराधियों को कड़े कानून के माध्यम से दण्डित किया जाना अनिवार्य है
महिलाओं को वोल्ड होकर उन पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में खुलकर सामने
आना होगा पूर्व की अपेक्षा आज महिलाओं में जागरूकता आई है।
जिससे
इस तरीके के प्रकरण सामने आने लगे हैं। जबकि पूर्व इन प्रकरणों को समाज
में होने वाली बदनामी के भय से इन का खुलासा नहीं किया जाता था। जिसकी बजह
से अपराधियों को हौंसले बुलंद होते चले गए। लेकिन आज पूर्व की अपेक्षा
महिलाओं में जागृति आर्ई है। अब उनके द्वारा दुष्कर्म, हिंसा, छेडख़ानी जैसे
अपराधों का खुलकर विरोध किया जा रहा है। साथ ही दुष्कर्म पीडि़त महिला
अथवा युवती अपने परिजनों के साथ जाकर अपराधियों के विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद
कर रही है।
वहीं
प्रदेश सरकार द्वारा महिला हितों को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार की
योजनायें क्रियान्वित की गई है जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लाड़ली लक्ष्मी
योजना आदि के अलावा अन्य भी कई योजनायें महिलाओं को प्रोत्साहित करने के
उद्देश्य से प्रारंभ की गर्ई है। श्रीमती ऐलकर ने पत्रकारों से रूबरू होते
हुए कहा कि शासन द्वारा शासकीय सेवाओं में 50 प्रतिशत आरक्षण तथा राजनीति
में 30 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। जिससे महिलायें सभी क्षेत्रों में
स्थापित होकर अपने हक की लड़ाई स्वयं लड़ सकती हैं। वर्ष 2018 में संपन्न
होने जाने वाले विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 30 प्रतिशत टिकिट दिलवाने की
मांग संगठन के समक्ष रखी जाएगी।
पत्रकारों
ने जब पूछा की अभी तक जो महिलायें नगर पालिका, नगर पंचायत, जिला पंचायत
में तथा विधानसभा में पहुंचने वाली महिलाओं के पति अथवा परिजन सभी कार्य
संभालते हैं तथा जन सामान्य द्वारा चुनी गई जनप्रतिनिधि महिलायें महज गौड़
होकर रह जाती है।
इस
प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि महिलाओं में पूर्व की अपेक्षा
जागरूकता लगातार बढ़ रही है। कुछ चुनी हुई महिलायें स्वयं अपने हक तथा
जनहित के मामलों में स्वयं निर्णय ले रही हैं। महिलायें प्रत्येक क्षेत्र
में पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं। महिलायें किसी भी
क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं पड़ रही हैं।
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