महावीर मुदगल बने संपूर्ण सनातन ब्राह्मण महासभा के जिला प्रभारी

शिवपुरी। संपूर्ण सनातन ब्राह्मण महासभा की बैठक मंशापूर्ण हनुमान मंदिर शिवपुरी में संपन्न हुई बैठक का प्रारंभ सरस्वती जी एवं भगवान परशुराम जी के पूजा अर्चना से शुरू हुई कार्यक्रम की अध्यक्षता महासभा के संरक्षक डीपीसी शिरोमणि दुबे ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश कार्यक्रम प्रभारी राधेश्याम शर्मा गुना, जिला प्रभारी जितेंद्र ब्रह्मभट्ट व विशिष्ट अतिथि के रुप में ओम प्रकाश शर्मा ओम प्रकाश तिवारी, कुंज बिहारी शर्मा, विनोद शर्मा एवं दिलीप भार्गव उपस्थित थे।

अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए शिरोमणि दुबे ने संस्कारों की बात कही और कहा कि हमारे संस्कार ही हमारी पहचान है। प्रदेश कार्यक्रम प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने की बात कही महावीर मुदगल ने कहा कि हम सब को मिलकर समाज को संगठित करने के लिए काम करना होगा। 

तभी हमारा समाज एक सशक्त समाज बनेगा गुना से आए जितेंद्र ब्रह्मभट्ट ने युवाओं से आवाहन किया कि समाज में वर्ग भेद को समाप्त कर एकता के सूत्र मैं बांधने का आग्रह किया इस अवसर पर प्राचार्य भरत भार्गव एवं महेश स्वामी ने भी अपने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में 7 जनवरी को पीपुल्स मॉल भानपुर भोपाल में और 21 जनवरी को हनुमान मंदिर में नजला एवं भार्गव कॉलोनी संपूर्ण ब्राह्मण समाज के युवक युवती परिचय सम्मेलन में भागीदारी एवं विवाह योग्य युवक के बायोडाटा प्रकाशित कराने में सहयोग की बात कही। 

प्रदेश कार्यक्रम प्रभारी राधे श्याम शर्मा ने महावीर मुदगल को शिवपुरी जिले का संपूर्ण सनातन ब्राह्मण महासभा का जिला प्रभारी बनाने की घोषणा की और कहा कि वे शीघ्र ही शिवपुरी में अपनी कार्यकारिणी जिले एवं वार्ड स्तर पर करेंगे । कार्यक्रमों में मंच संचालन महावीर मुदगल ने किया एवं आभार प्रदर्शन महेश स्वामी द्वारा किया गया। 

इस अवसर पर भरत भार्गव,महेश स्वामी,कैलाश नारायण भार्गव,डॉ अशोक शर्मा कैलाश शर्मा, जितेंद्र शर्मा, पंडित गजेंद्र शास्त्री, पंडित अमरदीप,लक्ष्मीकांत शर्मा,पत्रकार सत्येंद्र उपाध्याय, सुरेश शर्मा,मनोज शर्मा, ब्रजकिशोर उपाध्याय,संतोष व्यास,विशाल शर्मा, उमाशंकर व्यास,गिरिराज दुबे, घनश्याम शर्मा, दुर्गेश शर्मा, कृष्ण गोपाल शर्मा, राजेंद्र पांडे, विवेक तिवारी, राधेश्याम शर्मा, नीरज शर्मा, श्याम बल्लभ तिवारी, पंडित कमल शास्त्री, बलराम त्रिपाठी आदि एक सैकड़ा ब्राह्मण उपस्थित रहे।