परिवार परामर्श की ऐतिहासिक सफलता,14 टूटे परिवार जुड़ गए

शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में परामर्शदाताओं के प्रयासों, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य सहित महिला सेल के सहयोग से परामर्शदाताओं ने शिवपुरी का नाम 14 परिवारों में सुलह कराके स्वर्ण अक्षरों में अंकित कर दिया। परिवार परामर्श केन्द्र के परामर्शदाताओं के अथक प्रयासों से ये 14 परिवार पुन: एक हो गए जिससे इन जोड़ों के साथ-साथ दोनों ही पक्ष के परिवार और उनके बच्चों का भविष्य भी असुरक्षित होने से बच गया।  

परिवार परामर्श केन्द्र की इस मीटिंग में कुल 29 प्रकरण रखे गए इसमें जहां 14 प्रकरणों में सुलह हो गई तो वहीं 3 प्रकरण न्यायालय द्वारा निराकरण योग्य पाए गए। 4 प्रकरण में 1 पक्ष अनुपस्थित रहा तो 2 प्रकरणों में दोनों पक्ष अनुपस्थित रहे। 3 प्रकरणों में सुनवाई के लिए आगामी दिनांक नियत की गई वहीं 2 प्रकरणों में अपराध पंजीबद्ध करने हेतु अनुशंसा की गई। 

रविवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में परामर्शदाताओं ने अपने अथक प्रयासों से बिछड़े हुए परिवार को एक करने तथा उनमें राजीनामा कराकर ऐतिहासिक सफलता दर्ज की। एक ही दिन में 14 प्रकरणों में राजीनामा कराना और उन परिवारों को एक करना संपूर्ण मध्यप्रदेश के लिए एक नजीर है, क्योंकि एक ही दिन में 14 बिछड़े हुए परिवारों को एक करने का कीर्तिमान शिवपुरी के अलावा कहीं नहीं है।

इसमें सबसे दिलचस्प प्रकरण सतनवाड़ा थाना क्षेत्र के एक परिवार का था जिसमें दो सगी बहिनों का विवाह दो सगे भाईयों के साथ हुआ था इनमें एक जहां नि:संतान था वहीं दूसरा 1 बच्ची का पिता भी था इनमें से एक भाई टेलरिंग का काम करता है तो दूसरा आंशिक विकलांग होने के कारण खेती करता है इसमें से एक भाई की पत्नी नौकरी करना चाहती थी तो उसका पति नौकरी नहीं करने देता था और न ही उसको जेब खर्च देता था। 

इस तरह दोनों ही भाईयों से दोनों की ही पत्नियां जो कि सगी बहिनें थी जो अपने पतियों से मतभेदों के चलते काफी परेशान थी एवं स्थिति तलाक लेने तक जा पहुंची थी। परामर्शदाताओं की समझाइश पर इनके बीच सुलह हुई और पत्नी को काम करने की अनुमति देने के साथ-साथ खुद भी कोई काम ढूंढ़ कर अपने परिवार को एक करने के लिए दोनों सगे भाई परामर्श के बाद स्वेच्छा से राजी हो गए।

एक अन्य प्रकरण में गुना निवासी एक युवक का विवाह करैरा में हुआ था और उसके डेढ़ साल का बच्चा भी है, लेकिन विगत दो साल से उसकी पत्नी मायके करैरा में बच्चे के साथ रह रही है और पति या उसके परिवार ने अपने बच्चे को भारी विवाद के कारण दुलार भी नहीं कर पाया। इस प्रकरण में बेहद आश्चर्य की बात यह थी कि पति-पत्नी दोनों साथ रहना चाहते थे मगर समधी का समधी से और समधन का समधन से भारी विवाद था जिसके कारण इन दोनों परिवारों के बीच समझौता नहीं हो पा रहा था। 

परिवार परामर्श केन्द्र के परामर्शदाताओं ने सबसे उलझे हुए प्रकरण में अपने शानदार कौशल का परिचय देकर पति-पत्नी को तो एक किया ही, साथ ही समधियों का व समधनों ने अपने आपसी मतभेदों को परामर्श समिति के अथक प्रयासों से दूर किया एवं एक दूसरे को माला डालकर मिलाप करवाया और गिले शिकवे दूर हुए। इस दृश्य को देखकर लडक़ी की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले। यह प्रकरण जिसने भी देखा वह परामर्श समिति की सफलता को देखकर एवं उक्त दम्पत्ति की खुशियों को देखकर खुशी से गद-गद हो गया। 

एक अन्य प्रकरण में चोरपुरा थाना क्षेत्र के एक युवा जोड़े के बीच विवाद के चलते तलाक की नौबत थी। पति-पत्नी उच्च शिक्षित हैं और पति घर से समृद्ध होने के साथ-साथ अच्छी नौकरी के लिए भी कोशिश कर रहा है। इन दोनों के विवाह को 7 साल हो गए थे और इनका साढ़े पांच साल का एक बेटा भी है। विगत 5 साल से एक ही छत के नीचे रहते हुए भी पति-पत्नी उसी मकान में अलग-अलग रह रहे थे और इनमें अनबोला ही था। युवती बीएड करना चाहती थी और पढ़ाई जारी रखे थी जबकि पति इसके पक्ष में नहीं था। 

परिवार परामर्श केन्द्र के काउंसलरों ने अपनी समझाइश से इन दोनों के मनों के मेल को साफ करने में न केवल महती सफलता प्राप्त की, बल्कि पति ने पत्नी के आगामी शिक्षा पूर्ण कराने का आश्वासन भी दिया तथा दोनों के गिले शिकवे भी दूर किए और दोनों ने पुन: एक छत के नीचे प्यार और विश्वास के साथ रहने का संकल्प लिया। 

एक अन्य प्रकरण में देवास में कार्यरत युवक की शिवपुरी में शासकीय सेवा में कार्यरत पत्नी के साथ विवाद था और पति के द्वारा उसकी शिक्षिका पत्नी को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दिए जाने के कारण परामर्शदाताओं ने इस प्रकरण में घरेलु हिंसा प्रकरण माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करने की अनुशंसा भी की। इस तरह परिवार परामर्श केन्द्र के समर्पित परामर्शदाताओं ने 14 परिवारों को एक दिन में एक करने की ऐतिहासिक सफलता अर्जित कर शिवपुरी का नाम परिवार परामर्श के क्षेत्र में सर्वोच्च पायदान पर ला दिया। 

इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, परिवार परामर्श केन्द्र जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया, एएसआई श्रीमती खान, श्रीमती उमा मिश्रा, श्रीमती पुष्पा खरे, श्रीमती प्रीति जैन, बिन्दु छिब्बर, आनंदिता गांधी, किरण-अशोक ठाकुर, नीरजा खण्डेलवाल, रवजीत ओझा, भरत अग्रवाल, मथुराप्रसाद गुप्ता, नरेश गौंडल, समीर गांधी, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, राकेश शर्मा, एच.एस. चौहान, शम्भू पाठक, राजेश गुप्ता रामू सहित महिला सेल का समस्त स्टाफ उपस्थित था।