पोहरी उत्कृष्ट विद्यालय : राजनीति का आखाड़ा और छात्रो के भविष्य का घोटाला

अभिषेक शर्मा, पोहरी। जिले में उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट विद्यालयो की स्थापना की गई थी, लेकिन पोहरी का उत्कृष्ष्ट विद्यालय में पढाई नही होती बल्कि राजनीति होती है। विद्यालय में पदस्थ स्टॉफ की मनमानी चल रही है। इन पर कार्रवाई के आदेश होने के बाद भी कार्रवाई नही होती है।जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में पढाने वाली 2 शिक्षिकाओ की राजनीति में मजबूत पकड है। इन पर कार्रवाई करने का साहस जिले के किसी भी अधिकारी के पास नही है,अभी हाल में ही जिला शिक्षा अधिकारी ने इस स्कूल का निरिक्षण किया था जब यह शिक्षिकाए विद्यालय में अनुपस्थित मिली थी,लेकिन इन शिक्षिकाओ की राजनीतिक पकड के चलते इन पर कार्रवाई करने में सरदार जी भी बेअसअर रहे। 

सूत्रो का कहना है कि यह शिक्षिकाए लगातार अनुपस्थित घोटाला कर रही है,इससे दो तरह के घोटाले हो रहे है,एक तो शिक्षिकाए घर बैठे शासन को चपत लगा रही है दूसरी ओर छात्र और छात्राओ के भविष्य घोटाला भी हो रहा है। कहते है कि खरबूजो को देखकर खरबूजा रंग बदलता है, इसी कहावत पर इस विद्यालय के अन्य स्टॉफ का भी रंग बदल रहा है। 

जब यह राजनीतिक पकड वाली शिक्षिकाए विद्यालय महिने में 2 या 4 दिन आती है तो बाकी स्टाफ भी विद्यालय मनमानी  कर रहा है,इनकी कई बार लिखित भी शिकायत हो चुकी है लेकिन कार्रवाई नही होती है। मजबूरन छात्रों को प्राइवेट कोचिंगों का सहारा लेना पड रहा है।

इनका क्या कहना है
लगातार शिकायत मिलने के बाद निरीक्षण किया गया उक्त शिक्षिकाए अनुपस्थित मिली। कारबाई के लिए शिक्षा विभाग को लिखा था कारबाई हुई या नही जानकारी लेकर पता चलेगा और यदि फि र भी ऐसा हो रहा है तो निरीक्षण करता हूं
अंकित अष्ठाना एसडीएम  पोहरी