परिवार परामर्श: वर्षो से अलग रह रही पत्नियां समझौंते के बाद रखेगी करवाचौथ का व्रत

शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कन्ट्रोल रूम में आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में परामर्श दाताओं ने अपनी बेहतरीन अपनत्व भरी काउसलिंग की मदद से आठ परिवारों को बिखरने से बचाकर उनमें सुलह करवाई और पुन: एक कर दिया। अब ये पत्नियां अपने पतियों की दीर्घ आयु की कामना के लिए ब्रत भी रखेंगी और अटल सुहाग के लिए चन्द्रमा की पूजा भी करेंगी। एक ही दिन में आठ परिवारों के बीच राजीनामा कराके उन्हें एक करना अब तक का सबसे बड़ी रिकार्ड है। 7 प्रकरणों में जहां दोनों पक्ष उपस्थित नहीं हुए तो 2 केसों में एक-एक पक्ष नहीं आया। 

एक प्रकरण में न्यायालय में जाने की सलाह दी गई। तो एक प्रकरण में आंशिक समझौता हो गया है और उन्हें एक माह बाद उन्हें पुन: बुलाया गया है। दो प्रकरणों को पुलिस को सौंपे जाने पर पुलिस कप्तान सुनील पाण्डे ने प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए हैं। 

शनिवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में कुल 21 प्रकरण रखे गए थे। जिनमें 8 प्रकरणों में समझौता कराकर पति-पत्नि को पुन: एक करना परामर्श दाताओं की अब तक सबसे बड़ी रिकार्ड सफलता है और मध्य प्रदेश में यह रिकार्ड के रूप में दर्ज हो गया है। सबसे दिलचस्प प्रकरण पिछोर निवासी एक युवती का था। 

जिसका विवाह झांसी में हुआ था। विवाह के कुल पांच माह हुए थे और विगत तीन माह से युवती अपने मायके में रह रही थी और तलाक की नौबत थी। परामर्श दाताओं की समझाईश पर पति-पत्नि में समझौता हो गया और पति अपनी पत्नि को सतना में जहां वह काम करता है दो माह के भीतर अपने साथ रखेगा। फिलवक्त युवती अपनी ससुराल चली गई है। इस प्रकरण में दोनों समधियों ने गले मिलकर अपने शिकवे दूर किए। 

इसी तरह एक अन्य प्रकरण में झांसी निवासी एक युवक का विवाह पिछोर में हुआ था और युवती आंशिक पैर की विकलांगता के कारण ससुराल में ताने और मारपीट की शिकार होती थी और उसकी सास भी उसके बेटे का दूसरा विवाह करने की धमकी देती थी और मामला तलाक की अंतिम दहलीज पर था। काउन्सलर न केवल उन दोनों को समझा कर एक होकर राजी करने में सफल हो गए बल्कि पति ने लिखित में कभी भी परेशान न करने का बचन भी दिया। 

इस प्रकरण में युवक के साथ उसका एडवोकेट भाई झांसी से आया था और वह शिवपुरी के परिवार परामर्श केन्द्र के काम को देखकर अचंभित हो गया और उसने केन्द्र की भूरि-भूरि प्रशंसा भी की। इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण में शिवपुरी निवासी एक युवक जो कि खेल में राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश और देश का प्रतिनिधित्व कर चुका था। 

अपनी शराब और जुआ की लत के कारण परिवार तवाह कर बैठा था और उसकी पत्नि इस मामले प्रकरण दर्ज भी करवा रखा था। युवती के अनुसार वह अपनी सास से भी बेहत प्रताडि़त थी। इन दोनों का डेढ साल की एक बहुत खुबसूरत बच्ची भी थी। काउन्सलरों की काउन्सलिंग के बाद युवक ने नशे से तौबा कर ली और दोनों के बीच समझौता हो गया। 

सास ससुर, बहू को अपनी नातनी के साथ अपने घर ले जाने के लिए तत्पर हो गए। अब वह लडक़ा गुना में जहां नौकरी करता है अपनी पत्नि के साथ रहेगा। इस प्रकार कुल आठ प्रकरणों में प्रेम और स्नेह के साथ समझौता होकर पति-पत्नि एकबार पुन: एक साथ जीवन शुरू करेंगे।

इस अवसर पर पुलिस कप्तान सुनील कुमार पाण्डेय, डीएसपी महिला सैल आनंद राय, परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया सुरेशचन्द्र जैन, भरत अग्रवाल, मथुरा प्रसाद गुप्ता, समीर गंाधी, राजेश गुप्ता,  गौडल जी, राजेश जैन, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, राहुल गंगवाल, डॉ. विजय खन्ना, एचएस चौहान, शंभूदयाल पाठक, उमा मिश्रा, पुष्पा खरे, शिखा अग्रवाल,  स्नेहलता शर्मा,  प्रीति जैन,बिन्दु छिब्बर, आनंदिता गंाधी, रवजीत ओझा, मृदुला राठी,  श्वेता गंगवाल, नम्रता गर्ग, गुंजन अजय खैमरिया,  भारती जैन, आदि काउन्सलिंग हेतु उपस्थित थे। 


केन्द्र के पुलिस कर्मियों को एसपी ने किया पुरूस्कृत
परिवार परामर्श केन्द्र ने अपनी बेहतरीन सेवा दे रहे महिला सैल के पुलिस कर्मियों के परामर्श के संदर्भ में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए पुलिस कप्तान सुनील कुमार पाण्डे ने कल महिला सैल में पदस्थ सभी पुलिस कर्मियों को नगद पुरूस्कार एवं प्रशंसा देने के आदेश किए हैं। पुलिस अधीक्षक ने महिला सैल के काम की तत्परता, प्रकरणों का निकाल करने में रूचि और फरियादियों से अच्छे व्यवहार और आचरण के लिए उक्त नगद पुरूस्कार की अनुशंसा की है। उन्हें महिला सैल के डीएसपी आनंद राय को प्रशंसा पत्र देने की भी अनुशंसा की।