नारी शक्ति ने किया प्रण: नशे की हालात में दिखे तो करेंगे दण्डित

शिवपुरी। आदि काल से चला आया है कि नारियां किसी से कमजोर नहीं है इस बात का उदाहरण बीते रोज ढेंकुआ पंचायत में आदिवासी महिला रज्जो बाई ने करके दिखाया है महिला ने एक गीत के माध्यम से आदिवासी भाईयों को एकजुट होने के लिए प्रेरित किया और संदेश देते हुए कहा कि यदि आवासी एक जुट होगा तो हम आसमां हिला देंगे। जिससे वहां सभी आदिवासियों में ऊर्जा का संचार हुआ और रज्जो बाई जिंदाबाद एवं जय-जगत जिंदाबाद, जय भारत जिंदाबाद के नारे लग गए। इतना ही नहीं महिलाओं ने एकजुट रहने के लिए हूंकार भरी और कहा कि महिलायें भी अब पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार हैं। 

यह कार्यक्रम बदरवास जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत ढेंकुआ में बीते रोज एक आदिवासी सम्मेलन के माध्यम से किया गया। जिसमें आदिवासी समाज के करन सिंह, रघुराज, ग्यासी, बंशीलाल, वीर सिंह, पीपल खेड़ा गया प्रसाद झा, कमलापुर के अमृतलाल, देवीलाल आदिवासी, ठाकुरलाल ढेहरवारा, पप्पू बूढाडोंगर एवं टीआर्ई पटेरिया प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर लगभग दो हजार आदिवासी लगभग 205 ग्रामों से उपस्थित थे। वहीं रघुराज ने सभी समाज बन्धुओं का हाथ जोडक़र स्वागत किया।

आदिवासी पंचायत को संबोधित करते हुए रज्जो बाई ने कहा कि हमारा समाज आज अशिक्षित होने के कारण पिछड़ा हुआ है। यदि हम अपने बच्चों को रोजाना स्कूल भेजें तो बच्चे शिक्षित होगें। जिससे हमारा परिवार में शिक्षित होकर उन्नती की राह पर चलेगा। साथ ही अपने घर परिवार में साफ सफाइ्र्र रखें जिससे बीमारियां नहीं होगी साथ ही शिक्षित परिवार होगा तो शासन द्वारा संचालित अनेकों प्रकार की योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। 

इमरत सरपंच कमालपुर बालों ने कहा कि आदिवासी समाज गरीबी से मुक्ति पाने के लिए अपनी जमीनों को अपने पास संभाल कर रखना होगा। साथ ही समाज में एकजुटता का भाव परिवार जैसा भाव पैदा करें, विवाद न करें तो जरूरी समाज उन्नती जरूर करेगा।  वहीं गया प्रसाद ने कहा कि आदिवासी यदि नशा करना छोड़ देगा तो उन की उम्र में भी इजाफ हो जाएगा। 

जिससे परिवार में भी खुशी लहर बनी रहेगी क्योंकि नशे की हालत में परिवार मुखिया दारू पीने के कारण बीमारियों से ग्रसित हो जाता है और उसकी जल्दी मृत्यु हो जाती है। ऐसे में परिवार की जिम्मेदारी छोटे-छोटे नाबालिग बच्चों पर आ जाति है। इसलिए वह आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं और मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं। हमें आज संकल्प लेना होगा कि हमें अपने आदिवासी समाज को नशा मुक्त समाज बनाना हैं।

यदि अब समाज में कोई भी व्यक्ति नशे की हालत में मिला तो उसे समाज के निर्णय अनुसार दण्ड भुगताना होगा। अजाक थाने के एसडीओपी श्री पटेरिया ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी भाई पुलिस से दूर न रहें बल्कि मित्रवत व्यवहार करें। क्योंकि पुलिस भी आपके बीच के व्यक्ति पुलिस बाले बनते हैं। पुलिस आपकी सेवा के लिए हमेशा तैयार है। यदि आप अच्छा काम करेंगे तो उसमें सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार रहेगी। 

यदि किसी आदिवासी भाई पर किसी प्रकार को दबंग व्यक्ति दवाब बनाकर उनकी जमीन पर कब्जा किए हो तो हमें आवेदन देकर अवगत करायें उसे हम मुक्त कराने में सहयोग करें। इतना नहीं यदि कोई आदिवासी हमें आपके आस-पास कोई व्यक्ति गत काम करता हैं और आपको डराता धमकाता है उसकी सूचना तत्काल हमें दें उसके बगैर नाम बताये हम उन लोगों कार्यवाही करेंगे। लालजीत आदिवासी ने कहा कि समाज को एकजुट होना चाहिए क्योंकि समाज में नशा मुक्त होना चाहिए। 

इस अवसर पर केशव सिंह मास्टर, संत चरण कोलारस, राजू आदिवासी पोहरी, ऊधम आदिवासी शिवपुरी, अशोक आदिवासी टीला से, महेश आदिवासी खोराना, भूपत आदिवासी बरबटपुरा से, चतुर सिंह द्वारिका से, बारेलाल पूर्व सरपंच रिछाई से,  रामस्वरूप जनपद सदस्य सुनाई से, बबलू अम्हारा से विष्णु पटेल ढोंगा से, दीना दुर्गापुर से, परमाल गुना पाटई से, ज्योतिराम राजगढ़ से, पातीराम सरखण्डी आदि उपस्थित थे।