जिला चिकित्सालय की दयनीय हालात को लेकर सिंधिया ने जेपी नड्डा को लिखी चिट्टी, पढि़ए क्या लिखा है........

शिवपुरी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी जिला अस्पताल में स्वीकृत 76 पदों पर शीघ्र नियुक्ति हेतु राज्य सरकार को निर्देश देने हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखा। इस पत्र को शिवपुरी समाचार डॉट कॉम सशब्द प्रकाशित कर रहा है। पढि़ए क्या लिखा है पत्र में। 

प्रिय 
     श्री जेपी नड्डा
स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री, भारत सरकार, निर्माण भवन नई दिल्ली
 
मुझे अपने संसदीय क्षेत्र गुना के जिला शिवपुरी में तीन दिवसीय भ्रमण के दौरान शिवपुरी क्षेत्र की जनता ने बड़े ही मार्मिक में स्वास्थ्य अव्यवस्थाओं के बारे  में  अधिकारियों  के साथ बैठक के दौरान अवगत कराया। 

वाकई शिवपुरी जिले का जिला चिकित्सालय जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाऐं पूरी  तरह से चरमराई नजर आ रही है, जबकि यूपीए सरकार के शासन में शिवपुरी जिले की जनता के लिये भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की परियोजना के तहत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर शिवपुरी क्षेत्र की जनता के लिये ट्रामा सेन्टर की सौगात देकर जिला चिकित्सालय को ग्रेड-2 में उन्नयन किया गया था।

इसी  क्रम में वर्ष 2010-11 में भारत सरकार से 9.65 करोड की राशि की स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसकी पहली किश्त के रूप में 2.94 करोड़ (2.17 करोड़ उपकरण क्रय हेतु एवं 76.00 लाख रूपये मानव संसाधन एवं 1.00 लाख रूपये संचार प्रणाली हेतु) की राशि शिवपुरी ट्रामा सेन्टर के संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा तत्समय प्रदान की गई थी। योजना के तहत प्रथम पॉच वर्ष भारत सरकार को तथा आगे इस योजना के संचालन का जिम्मा राज्य सरकार का था, किन्तु राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाऐं के सुचारू संचालन में कोई रूचि नहीं ली जा रही, जबकि क्षेत्र में 05 विधानसभा तथा 09 जनपद की लगभग 10 से 12 लाख जनता स्वास्थ्य सेवाओं से महरूम है। 

वर्तमान में  शिवपुरी जिले में स्थित ट्रामा सेन्टर में जिला स्वास्थ्य समिति के अधीन मात्र 09 कर्मचारी संविदा व 02 विशेषज्ञ चिकित्सक स्थायी रूप में कार्यरत हैं, जबकि कुल स्थायी कर्मचारियों के 76 पद शासन से स्वीकृत हैं, जिसमें 18 विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल  हैं। आज स्थिति यह है कि चंद संविदा कर्मचारियों के भरोसे जिले की 12 लाख जनता है, जो इलाज के लिये दर-दर भटक रही है। 

हालात यह हैं कि विगत 05 माह से ट्रामा सेन्टर पर नियुक्त संविदा कर्मचारीे बिना मानदेय कार्य करने को विवश हैं, इस सेन्टर के आईसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) भी गत जनवरी  2017 से विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में बन्द है। 

ट्रामा सेन्टर के बाद अब यही स्थिति लगभग जिला चिकित्सालय शिवपुरी की भी पिछले एक साल से दिखाई दे रही है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय में 365 स्वीकृत पदो में से 189 महत्वपूर्ण पद आज भी रिक्त हैं। जिला चिकित्सालय 300 बिस्तरीय से 500 बिस्तरीय अस्पताल के उन्नयनीकरण उपरांत आवश्यक उपकरणों के क्रय हेतु एवं व्यवस्थाओं के संचालन हेतु पद स्वीकृत किया जाना जनहित में है। इस सम्बन्ध में मैं, राज्य सरकार को भी समय पर पत्र व्यवहार कर अवगत कराता रहा हूं, किन्तु जनहित से जुड़े इस मुद्दे पर भी राज्य सरकार की खामोशी समझ से परे है। 

चूंकि मेरा संसदीय क्षेत्र है और मेरी जनता जनार्दन स्वास्थ्य अव्यवस्थाओं के चलते, मेरे क्षेत्र की जनता की पीड़ा अब मुझे असहनीय हो चली है, जिसके चलते मैं मेरी क्षेत्र की जनता की पीड़ा से दुखी होकर आपसे पत्र व्यवहार कर रहा हूँ, नियमानुसार राज्य सरकार योजना के संचालन हेतु अधिकृत है, इसलिये योजना के सुचारू क्रियान्वयन हेतु एवं क्षेत्र की जनता के हित में आप आवश्यक कदम के लिए राज्य सरकार को आदेशीत करेंगे, ऐसी मेरी अपेक्षा है। 

मैं आपका आभारी रहूंगा यदि आप मेरे क्षेत्र की लाखों की जनसंख्या के बेहतर स्वास्थ्य हेतु जिला चिकित्सालय में राज्य शासन से स्वीकृत रिक्त पदों पर संविदा एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों को पदस्थ करने हेतु राज्य शासन को  शीघ्र निर्देशित करेंगे, साथ ही इस संबंध में मुझे भी वास्तविक स्थिति से अवगत कराने का कष्ट करेंगे।  
शुभकामनाओं सहित।
आपका ज्योतिरादित्य सिंधिया