मानव अधिकार आयोग के उठाए मुद्दे पर कलेक्टर ने दिखाई संवेदनशीलता

शिवपुरी। मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग भोपाल के जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया के द्वारा स्कूली छात्र एवं छात्राओं की सुरक्षा को लेकर जिला कलेक्टर को दिए गए पत्र पर कलेक्टर द्वारा संज्ञान लेकर इस मामले में यथोचित कार्यवाही करने के बात कहीं है और शीघ्र ही इस संदर्भ में आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए जायेंगे। कलेक्टर तरूण राठी के अनुसार जिला संयोजक के द्वारा उठाए गए बिन्दु निश्चित ही विचारणीय हैं।

बताते चलें कि विगत दिनों हरियाणा के गुरू ग्राम में हुई एक मासूम बच्चे के स्कूल में हत्या कर दी जाने की घटना के संदर्भ में मानव अधिकार आयोग के जिला संयोजक आलोक एम. इंदौरिया ने शिवपुरी के स्कूलों के संदर्भ में कई बिन्दुओं पर विचार कर छात्र एवं छात्राओं के हित में निर्णय लेने के लिए कलेक्टर तरूण राठी से पत्र के माध्यम से अनुरोध किया था। उन्होंने इस पत्र में लिखा कि स्कूल परिसर में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। 

ताकि स्कूल परिसर बच्चे के लिए पूर्णत: सुरक्षित हो। इसके साथ ही स्कूल परिसर में छात्र एवं छात्राओं एवं कर्मचारियों के लिए अलग-अलग टॉयलेट होना चाहिए। स्कूली कर्मचारी बच्चों के टॉयलेट का उपयोग न करें। इससे बच्चों को स्कूल में सुरक्षा एवं निजता दोनों ही प्राप्त होंगी। इसके अतिरिक्त पत्र में यह भी निवेदन किया गया कि स्कूली बस के समस्त कर्मचारियों का एवं सिक्योरिटी स्टाफ के सदस्यों का आवश्यक रूप से पुलिस वैरिफेकेशन भी कराया जाए। 

इस पत्र के सदंर्भ में जिला संयोजक के द्वारा कलेक्टर तरूण राठी से दूरभाष पर भी चर्चा की गई। यहां बताना मुनाशिव होगा कि तीन वर्ष पूर्व शिवपुरी नगर के ही एक स्कूली छात्र उत्सव की हत्या कर दी गई थी और इसमें बस स्टाफ शामिल था। इस घटना के बाद पूरे नगर में अराजकता की स्थिति निर्मित हो गई और तीन दिन तक इस शहर में अफरा तफरी मची रही थी।

आयोग के जिला संयोजक जो कि आलोक एम. इंदौरिया जो जिला बाल संरक्षण समिति के सदस्य भी हैं के द्वारा दिए गए पत्र पर कलेक्टर तरूण राठी ने वेहद संवेदनशीलता दिखाते हुए कहा कि निश्चित ही यह बहुत गंभीर मामला है। जिला प्रशासन के द्वारा इन नौनिहालों की सुरक्षा से संबंधित प्रत्येक उपाय को सख्ति के साथ कराया जाएगा और हम स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर लेकर कटिबद्ध है। 

उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही इस बाबत एक बैठक आयोजित करके इन सारी बातों की समीक्षा करेंगे और पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्ड के साथ मिलकर इस बाबत ठोस योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन भी करेंगे। ताकि स्कूली बच्चों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। आयोग के जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया ने जिला कलेक्टर तरूण राठी की इस संवेदनशीलता और नवाचार के प्रति आभार व्यक्त किया है।