नपा की मेहरबानी: मां के मंदिर में जाने से अपने आप धुल रहे है पैर

शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी की मेहरबानी से अब मां के दर्शन करने जा रहे भक्तों के लिए नगर पालिका द्वारा पैर धुलने की भी व्यवस्था की गई है। जिसके चलते अब मां के मंदिर में जाने से पूर्व अपने आप ही पैर धुल रहे है। शिवपुरी में जनप्रतिनिधियों और नगरपालिका की अराजकता से हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले पांच साल से कष्ट भोग रहे शिवपुरीवासियों का अब सब्र भी हद पार करने लगा है, क्योंकि नपा प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अराजकता के कारण नवरात्रि में मां की भक्ति करना भी अब मुश्किल हो गया है। 

क्योंकि शहर के प्रसिद्ध मां राजेश्वरी मंदिर और कैला माता मंदिर की सडक़ तालाब और दलदल में तब्दील हो गई है और शहर में न कोई कहने वाला है और न कोई सुनने वाला है। कल और आज मां की भक्ति के लिए जब भक्तगण मंदिर की ओर आ रहे थे तो रास्ते में अनेक लोग पानी में गिरकर चोटिल हो गए और अनेक के कपड़े खराब हो गए। वहीं बुरी तरह क्षतिग्रस्त सडक़ होने से बहुत से लोगों ने तो चाहते हुए भी मंदिर आना उचित नहीं समझा, लेकिन मंदिर आने वाले और न आने वाले सभी लोग प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों को कोसते हुए अवश्य नजर आए।

राजेश्वरी रोड़ पर पिछले एक डेढ़ साल से समस्या बनी हुई है जबकि यह शहर का प्रमुख मार्ग है और रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड से लेकर पोलो ग्राउण्ड तथा अस्पताल जाने का यह मार्ग है, लेकिन इस सडक़ पर महीनों तक निर्माण कार्य के बहाने यातायात बंद रहा। लगभग डेढ़ दो माह पहले राहत मिली थी, लेकिन नवरात्रि के पूर्व ठेकेदार ने सडक़ को खोदकर डाल दिया है जिसकी ओर स्थानीय निवासियों ने ठेकेदार तथा नगरपालिका का ध्यान आकर्षित किया, लेकिन उन्हें यह कहकर चुप करा दिया गया कि नवरात्रि के पूर्व काम पूरा हो जाएगा। 

लेकिन शिवपुरी का कोई रखवाला नहीं है इसलिए नवरात्रि आ गई और सडक़ यूं ही खुदी पड़ी रही। दो दिन से हो रही लगातार बरसात से गड्डों में पानी भर गया और शेष सडक़ कीचड़ तथा दलदल में तब्दील हो गई। इसके बावजूद भी जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया और स्थिति यह हो गई कि अब उक्त रास्ते से लोगों को गुजरना दुश्वार हो गया है। लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा राजेश्वरी रोड़ पर सडक़ बनाने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान हालात में शिवपुरी में लोगों का जीना अब मुश्किल होता जा रहा है।