परिवार परामर्श: दो समधन मिली गले और हो गया समझौता

शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कन्ट्रोल रूम में आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में काउन्सलरों की कड़ी मेहनत और अपने काउन्सलिंग के कौशल से जहां तीन परिवारों को बिखरने से बचा लिया गया। तो वहीं दो प्रकरणों में आनसिंक समझौता कराकर पति-पत्नि को एक साथ रहने के लिए राजी कर दिया गया। इन्हें अगले 15 दिन बाद पुन: बुलाया गया है। वहीं एक प्रकरण में घरेलू हिंसा का प्रकरण बनाने की अनुशंसा की गई। तो दो केसों में माननीय न्यायालय में जाने की समझाईश दी गई। तीन प्रकरणों में केवल एक पक्ष आने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी है। 

शनिवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में अब तक सबसे जटिल प्रकरण सामने आए। इसमें एक नव प्रसूता अपने 19 दिन के बेटे को लेकर काउन्सलिंग में आई। अंजना गुप्ता (परिवर्तितनाम) निवासी दीघौद बदरवास का विवाह शिवपुरी के पवन अग्रवाल से हुआ था और इन दोनों के बीच पारिवारिक विवाद के कारण लडक़ी मायके चली गई। वहीं उसके बेटा हुआ। काउन्सलिंग में वो अपने 19 दिन के बेटे के साथ आई थी। इस प्रकरण में जहां पति-पत्नि के बीच में विवाद था। वहीं दोनों समधनों के बीच भी भारी वैमनश और अनबोला था। 

काउन्सलिंग के दौरान दोनों समधिन कई बार आरोप प्रत्यारोप के बीच एक दूसरे से लगभग लड़ती हुई नजर आईं। मगर काउन्सलरों ने पति-पत्नि के बीच में समझौता कराया वहीं दोनों समधनों ने न केवल एक दूसरे को माला डाली बल्कि गले मिलकर सिकवे दूर किए और दादा-दादी ने पहली बार पोते को गोद में लिया। ठीक इसी तरह शिवपुरी जिले के एक शासकीय स्कूल में टीचर पूजा (परिवर्तित नाम) अपने पति विनोद से विवाद था। 

विगत दो माह से दोनों अलग रह रहे थे। परिवार परामर्श केन्द्र के काउन्सलरों की समझाईश के बाद दोनों एक हो गए उक्त जोड़े की शादी को बमुश्किल एक साल ही हुआ था और युवती ने असुरक्षा का भाव था। काउन्सलरों ने जब उस युवती को उसके माता-पिता होने का हौंसला दिया और हरसंभव मदद की बात की तो उक्त युवती फफक फफक रो पड़ी जिसे मुशिकल से चुप कराया गया। एक अन्य प्रकरण भी बेहद उलझा हुआ था। जिसमें ग्वालियर निवासी गुरप्रीत सिंह का शिवपुरी निवासी उसकी पत्नि परिवर्तित नाम जस कौर से विगत 5 माह से अलगांव चल रहा था। 

इनकी शादी को एक साल भी नहीं हुआ था और पांच माह से उक्त युवती अपने मायके में रह रही थी। करीब चार घंटे की कड़ी मेहनत और समझाईश के बाद दोनों के बीच आंशिक समझौता हो गया और मंगलवार को जस कौर अपने पति के साथ ग्वालियर रहने चली जाएगी। जिसे 15 दिन बाद पुन: बुलाया गया है। वहीं नरवर के एक प्रकरण में एक महिला जिसका 12 साल का बेटा और 10 साल की बेटी थी अपने पति से अलग होकर मंगलम के निराश्रित आवास ग्रह में रह रही थी। 

कल उसे भी जब समझाईश दी गई कि उसका पति आंशिक समझौता करके वहीं से अपने बच्चों के साथ उस महिला को अपने घर सम्मान सहित ले गया। इसे भी 15 दिन बाद पुन: बुलाया गया है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया, श्रीमती पुष्पा खरे, प्रीति जैन, बिन्दु छिब्बर, आकला कुर्रेशी, किरण अशोक ठाकुर, गुंजन अजय खैमरिया, रवजीत ओझा, शिखा अग्रवाल, श्वेता गंगवाल, आनंदिता गांधी, डॉ. इकबाल खांन, मथुरा प्रसाद गुप्ता, गौडल जी, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, भरत अग्रवाल, राहुल गंगवाल, राजेश गुप्ता, शंभूदयाल शर्मा, एच.एस चौहान काउन्सलिंग के लिए उपस्थित थे।