1 करोड के वेतन पाने वाले कर्मचारी कर रहे है बधुंआगिरी

ललित मुदगल, शिवपुरी। अभी नगर पालिका में पंप अटेंडरो की भर्ती काण्ड का खुलासा हुआ है। यह नियुक्तियाँ नियम विरूद्ध की गई है। इसकी जांच के आदेश मप्र शासन की कैबीनेट मंत्री और शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने पार्षदो की मांग पर दिए थे। इनमे से अधिकतर कर्मचारी नपा के अधिकारियों के घर बधुंआगिरी कर रहे है। बताया जा रहा है कि शिवपुरी में इस लगभग 400 पंप अटेंडर है। 

यह पार्षदो और नपा के अधिकाारियों के मौखिक आदेश पर रखे गए है। शिवपुरी में जितने पंप अटेंडर है उतने ट्यूबवैल चालू हालत में नही है। और इनको एक वर्ष में 1 करोड रू से अधिक वेतन दिया जाता है, लेकिन यह एक करोड के वेतन पाने वाले नपा के कर्मचारी नपा के जलवेदार नेताओ और अधिकारियों पर झाडू-पोंछा जैसे काम कर रहे है या यू कह लो कि यह इनके घर पर बधुंआ गिरी कर रहे है। 

खबर यह भी आ रही है कि इन पंप अटेंडरो में कुछ तो बधुआंगिरी कर रहे है, कुछ पंप अटेंडरो की भर्ती नपा के कर्मचारियो के नजदीकी रिश्तेदार और नपा के नेताओ के रिश्तेदार है जो घर बैठ कर आराम से हर माह वेतन ले रहे है। अभी 2 दिन पूर्व डिप्टी कलेक्टर मुकेश सिंह और आरबी प्रजापति इन पंप अटेंडरो की भर्ती प्रक्रिया की जांच करने नगर पालिका ऑफिस पहुंचे थे, सबसे पहले इन्होने सीएमओ को तलब करना चहा लेकिन सीमएओ नपा नही मिले। 

इसके बाद नपा के उपयंत्री मिश्रा से इन्होने पूछताछ की तो उपयंत्री मिश्रा एक भी सवाल का जबाब नही दे सके। जांच अधिकारी ने पूछा कि पंप अटेंडरो की भर्ती प्रक्रिया क्या है,नपा इनको कैसे नियुक्ति करती है, उपयंत्री ने कहा कि आवश्यकता के आधार पर पंप अटेंडरो को भर्ती की है। 

आवेदन लेकर नोटशीट चलाकर सक्षम अधिकारी के आदेश से यह नियुक्तिया की गई है। कुल मिलाकर कहने का सीधा-सीधा अर्थ है कि जनता से कर के रूप में वसूला गया पैसा नपा के जनप्रतिनिधि और नपा के अधिकारियों के घर की सुख सविधा के रूप में खर्च हो रहा है। 

इन पंप अटैंडरो की कोई पहचान नही है, ना ही कोई ड्रेस कोड है। किसी भी प्रकार से इनकी पहचान नही है कि नेताजी और अधिकारी के घर में काम कर रहा यह नौकर सरकारी है या प्राईवेट अब इस मामले में जांच शुरू हो चुकी है अब देखना है कि इन पंप अटेंडरो का बधुंआगिरी से मुक्ति मिलती है या नही, या उन पंप अटेंडरो को हटाया जाता है जो नपा के नेताओ और अधिकाारियों के कृपा पात्र है।