थाना प्रभारी और सरपंच पर बलात्कार का झूठा आरोप लगाने वाले माता-पिता सहित दो पर केस दर्ज

शिवपुरी। जिले के गोवर्धन थाना क्षेत्र के तहत आने वाले ग्राम सिरीपुरा में माता-पिता द्वारा बेटी को बेचने तथा थाना प्रभारी व सरपंच पर झूठा आरोप लगाने के मामले में पुलिस ने माता-पिता सहित दो पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। 

गोबर्धन थाना प्रभारी एसएस सिकरवार ने बताया कि श्रीपुरा की रहने वाली 21 वर्षीय युवती को उसके माता-पिता ने 50 हजार रुपए में वृंदावन आदिवासी पुत्र प्रकाश आदिवासी निवासी देवरी थाना चिलावनी जिला श्योपुर को बेच दिया था। जब लडक़ी ने अपने घर आने की बोला तो उक्त लोगों ने उसको घर जाने से मना कर दिया और उसको कमरे में बंद कर मारपीट की गई। 

लगभग 15 दिन बीत जाने के बाद युवती ने तबीयत खराब होने का बहाना बनाया तो उसे वृंदावन विजयपुर दिखाने के लिए ले गया जहां से युवती भागकर माता-पिता के पास ग्राम सिरीपुरा आ गई। इसके बाद माता-पिता ने युवती की मारपीट की और उसे वृंदावन के पास जाने की कहने लगा जिस पर युवती ग्राम के सरपंच के पास गई और सारा मामला बताया। 

जिस पर सरपंच ने युवती को थाने भेज दिया। जहां थाना प्रभारी ने युवती के माता-पिता को बुलाया और उन्हें समझाईश दी गई जिस पर राजीनामा कर माता-पिता युवती को साथ लेकर चले गए। इसके बाद युवती के माता-पिता एसपी के पास पहुंच कर और सरपंच व थाना प्रभारी पर उनकी पुत्री को बुलाकर दुष्कर्म के आरोप लगाए जिस पर एसपी ने युवती को वहां बुलाया और उससे पूछताछ की। 

पूछताछ में युवती ने एसपी को सारी हकीकत बता दी जिस पर एसपी ने कोतवाली में केस दर्ज करवाने के आदेश दिए। जहां कोतवाली में जीरो पर कायमी कर मामला गोबर्धन थाना भेज दिया जहां पुलिस ने माता-पिता सहित प्रकाश आदिवासी, वृंदावन आदिवासी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में 8 जुलाई को केस दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।