विकास कुशवाह, कोलारस। गांवो को शहरो से जोडऩे वाली प्रधानमंत्री सडक़ो में भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है। जिसकी पोल गुना शिवपुरी सांसद ज्यातिरादित्य सिंधिया के तीन दिवसीय दौरे के दौरान लोर्कापण कार्यक्रम में खुल गई। अपने र्निधारित कार्यक्रम के तहत क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया देहरदा गणेशाखेड़ा से सोनपुरा तक 274.85 लाख कि 6.10 किमी सडक़ का लोकार्पण करने सोनपुरा पहुचे थे जहां सांसद सिंधिया द्वारा विधिवत सडक़ का उदघाटन किया गया।
यह मार्ग लोकार्पण से पहले ही अपनी बदहाली पर आंशु बहा रहा था। यह मार्ग खुद अपने आप ही भ्रष्टाचार कि कहानी बयां कर रहा है। ग्रामीण वर्षो बाद बने इस मार्ग से खुश तो है। लेकिन आने बाले समय को लेकर ग्रामीणो के चेहरे पर सिकन साफ देखी जा सकती है। ग्रामीणो को सडक़ को लेकर कई तरह कि शिकायते मन में दबाकर बैठे है। जब इस सडक़ को लेकर ग्रामीणो से बात कि गई तो ग्रामीणो ने बताया कि जहां पुलियां बननी थी बहां पाईप डालकर खाना पुर्ती कर दी गई ग्रामीणो का कहना है। खेतों का पानी भारी मात्रा में आता है।
जो पुल के सहारे आसानी से निकल जाएगा। लेकिन ठेकेदार द्वारा पुल कि जगह पाईप डालकर ग्रामीणो को समस्या को बड़ा दिया है। साथ ही पाईप ही आधे मिटटी से चौक है। जिनमें से आसानी से पानी दूसरी तरफ नहीं निकलेगा और सडक़ को नुकसान पहुंचाएगा। बरसात नजदीक है। जिससे ग्रामीण काफी परेषानी मेहसुस कर रहे है।
साथ ही गणेशखेड़ा से सोनपुरा तक बनी सडक़ का निर्माण ठेकेदार द्वारा इतना घटिया तरीके से किया गया है कि ग्रामीण हाथो से ही सडक़ को आसानी से उखाड़ रहे है। ऐसी गुणवत्ताहीन सडक़ का लोकार्पण क्षेत्रिय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा बीते रोज किये गए लोकार्पण के दौरान किसी भी जमीनी कार्यकर्ता ने उनहे बताना भी उचित नही समझ़ा कि सडक़ कि गुड़बत्ता का स्तर क्या है। कुछ ग्रामीणो ने कार्यक्रम में उठकर सांसद को बताने का भी प्रयास किया लेकिन कुछ कांग्रेसी नेताओ ने उनहे बैठने पर विवश कर दिया।
इस सडक़ का निर्माण ग्वालियर के हाकिम सिंह बिल्डर द्वारा किया जा रहा है। जिसका निश्पादन एम.पी.आर.आर.डी.ए.पी.आई.यु. शिवपुरी द्वारा किया जा रहा है। जिसमें 12 पुलियां, 2 रपटे बनाए गए है। ग्रामीणो ने दवे मुंह कहा कि सांसद तो हमारे गांव के लिए भरपूर योजनाओ और पैसा देते है। लेकिन कुछ शासन के ठेकेदारो कि मिली भगत से घटिया निर्माण कराकर सांसद सिंधिया कि क्षवि को धूमिल किया जा रहा है। साथ ही ऐसे घटिया निर्माण करके ग्रामीणो के सपनो को तोड़ा जा रहा है।
जब मौके पर हमारे प्रतिनिधी ने सडक़ पर जाकर देखा तो बाकई सडक़ का निर्माण घटिया तरीके से किया गया है। और इस गुणबत्ताहीन सडक़ देखने भर से ही पूरी र्दद भरी कहानी बयां कर रही थी। सडक़ का निर्माण इतना घ्टिया तरीके से किया गया कि सडक़ एक बारीश में ही अपने पिछले स्वरूप में वापस लौट आएगी। और ग्रामीणो कि समस्या जस कि तस रह जाएगी। इस पुरे गुणवत्ताहीन सडक़ निर्माण से प्रशासनिक मषीनरी पर उंगली उठने लगी है। सडक़ निर्माण के समय शासकीय ईंजीनियर और अन्य जिम्मेदार अधिकारियो ने कैसे सडक़ बनते समय सडक़ को हरि झंडी दे दी गई।
Social Plugin