भाजयुमो के मण्डल अध्यक्ष की गुण्डागिर्दी, दलित परिवार को पीटा, मामला दर्ज

पोहरी। जिले के पोहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम रिजौदा रविवार की देर रात्रि भारतीय जनता युवा मोर्चा के पोहरी ब्लॉक अध्यक्ष भरत सिंह धाकड़ ने कुल्हाड़ी, लाठी से लैस होकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक दलित जाटव पर घर में घुसकर हमला बोल दिया। इस दौरान धनीराम जाटव सहित उसकी पत्नी, पुत्रियों व पुत्र घायल हो गया जिन्हें उपचार हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से धनीराम की हालत गंभीर बताई जा रही है। 

बताया गया है  कि दोनों पक्षों चुनावी रंजिश चली आ रही है, वहीं धनीराम जाटव ने बताया कि भरत धाकड़ मेरी जमीन को हथियाने चाहते हैं। रूपबती की रिपोर्ट पर से पुलिस ने भाजपा ब्लॉक अध्यक्ष सहित चार पर एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है, वहीं ब्लॉक अध्यक्ष पक्ष की रिपोर्ट से भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार भरत धाकड़ निवासी रिजौदा और धनीराम जाटव के बीच में सरपंची चुनाव को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा है इसी विवाद को लेकर रविवार शाम 7.30 बजे भरत धाकड़ पुत्र सीताराम मास्टर, रामबाबू पुत्र काशीराम,  सत्यपाल पुत्र काशीराम, लाखन सेकेट्री पुत्र भरोसा धाकड़ द्वारा लाठी, कुल्हाड़ी, तलवारों से लैश होकर धनीराम जाटव के घर आ गए और जाति सूचक गालियां देने लगे जब धनीराम एवं उसके परिवार द्वारा विरोध किया गया तो भरत एवं उसके साथियों ने एक होकर धनीराम पुत्र नक्टू राम जाटव सहित उसकी पत्नी रूपबती, पुत्री लता, बिमला, पुत्र गोविंद पर जानलेवा हमला कर दिया और उनकी जमकर मारपीट कर दी।

इस हादसे में धनीराम के सिर में गंभीर चोटें आईं एवं हाथों की उंगलियां कट गई जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गए। परिवार के अन्य सदस्य भी घायल हो गए। सूत्रों की मानें तो आरोपीगण धनीराम को मृत समझकर मौके से भाग निकले। इसके बाद परिजनों ने 100 डायल को सूचना दी इसके बाद 100 डायल की मदद से घायलों को पोहरी अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद शिवपुरी जिला अस्पताल में रैफर किया गया। वहीं झगड़े में धाकड़ पक्ष के एक लोग भी घायल हुआ है।

पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर से क्रॉस प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस हमला करने वालों में योगेश धाकड़ पुत्र जनवेद धाकड़, कैलाश पुत्र काशीराम धाकड़, राजेन्द्र उर्फ पप्पू पुत्र सीताराम धाकड़ भी शामिल थे जिन्हें पुलिस द्वारा आरोपी नहीं बनाया गया। पीडि़त पक्ष का आरोप यह भी है धाकड़ पक्ष के लोग लायसेंस बंदूक लेकर आये थे और पुलिस द्वारा एफआईआर में इसका उल्लेख नहीं किया गया।