माधव राष्ट्रीय उद्यान में गई जमींन, नहीं मिले पट्टे, कलेक्टे्रट में नारेबाजी

शिवपुरी। माधव राष्ट्रीय उद्यान क्षेेत्र से लगे हुए दस गांव को विस्थापित कर उन्हें प्रशासन द्वारा पट्टे जारी न करने से नाराज सैकड़ों किसान एवं आदिवासी आज नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे जहां उनका नेतृत्व कर रहे पार्षद पुत्र अभय जैन ने कलेक्टर से मिलने की मांग की, लेकिन मौके पर एसडीएम रूपेश उपाध्याय ने पहुंचकर किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह कलेक्टर से मिलने पर अड़े रहे।

बाद में एसडीएम श्री उपाध्याय ने जनसुनवाई के बाद कलेक्टर से उन्हें मिलाने आश्वासन दिया। तब जाकर किसान वहां से हटे। विदित हो कि माधव राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में आने वाले ग्राम मामौनी, डोंगर, लखनगवां, चक डोंगर, हर नगर, कमलपुर, अर्जुनगवां, महुआखेड़ा, परासरी सहित, बलापरपुर में रह रहे किसानों और आदिवासियों से वहां से विस्थापित कर अन्यंत्र जगह बसाया गया था। 

लेकिन उन्हें प्रशासन ने आज तक पट्टे जारी नहीं किए जिससे आए दिन उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी मांग को लेकर आज लगभग एक सैकड़ा से अधिक किसान और आदिवासी रैली निकालकर जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे जहां पहले से ही भीड़ लगी हुर्ई थी। जिस कारण वह कलेक्टर से नहीं मिल सके और किसानों ने वहां नारेबाजी शुरू कर दी। 

यह देख एसडीएम रूपेश उपाध्याय वहां पहुंचे और उन्होंने वहां मौजूद अभय जैन और पूर्र्व जनपद उपाध्यक्ष जण्डेल सिंह गुर्जर से चर्चा की। लेकिन श्री जैन ने एसडीएम से कहा कि वर्ष 2012 से पट्टों की मांगों को लेकर कर्ई आवेदन सौंप चुके हैं लेकिन उनकी मांगों पर प्रशासन ने कोर्ई विचार नहीं किया। ऐसी स्थिति में वह कलेक्टर से बिना मिले वहां से नहीं हटेंगे। 

जिस पर श्री उपाध्याय ने अभय जैन को समझाते हुए कहा कि इस समय जनसुनवार्ई चल रही है अगर वह जनसुनवार्ई में शिकायत करना चाहते हों तो वह कलेक्टर से मिल सकते हैं नहीं तो जनसुनवार्ई के बाद वह उन्हें कलेक्टर मिलवा देंगे और जो समस्यायें हैं उन्हें वह उनके सामने रख सकते हैं। एसडीएम के आश्वासन के बाद सभी किसान वहां से चले।