सिंध जलावर्धन योजना पर उद्घाटन की राजनीति: मुन्नालाल जिद पर, फोटो सेशन मेरा होगा

सतेन्द्र उपाध्याय, शिवपुरी। शहर के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली योजना सिंध जलावर्धन योजना ने अभी शहर की टोटियो में पानी नही टपकाया है,लेकिन अभी से इस पर उद़घाटन की राजनीति शुरू हो गई है। खबर आ रही है कि मडीखेड संपबैल से सतनवाड़ा फिल्टर प्लांट तक पानी के कार्य का शुभांरभ नपा के अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के हाथो हो और शानदार फोटो सेशन होकर खबरो में प्रकाशित हो। जैसा कि विदित है कि इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनी दोशियान की सूई, मडीखेडा संपबैल से सतनवाडा से फिल्टर प्लांट तक पानी लाने की 30 जून तक अटकी हुई थी। शिवपुरी विधायक और प्रदेश की कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी सिर्फ इसी कारण कल शिवपुरी आने का कार्यक्रम था कि उनके सामने ही यह काम संपन्न हो। लेकिन कंपनी ने राजे के आने से पूर्व इस काम की टेस्टिंग की थी लेकिन उनकी टेस्टिंग फैल हो गई। संपबैल से पानी सतनवाडा नही पहुंचा,और इसका कारण कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि पर्याप्त वोल्टेज न होने के कारण यह काम नही हो सका। टेस्टिंग फैल होने के कारण राजे ने भी अपना 29 जून का दौरा रद्द कर दिया। 

पिछले 10 साल से इस योजना पर काम चल रहा है। इस योजना की लेटलतीफी के कारण शहर को एक जलअंदोलन भी करना पड़ा था। लेकिन अब काम पूर्ण हो सकता है ऐसी उम्मीद की जा रही है। यशोधरा राजे के लगातार दौरो को देखकर लगता है कि शिवपुरी की जलावर्धन योजना उनके टारगेट पर है। 

इसी योजना को लेकर राजे शिवुपरी के दौरे जल्दी-जल्दी कर रही है। इससे यह योजना और राजे दोनो की खबरो में रहती है। लेकिन अब योजना जब पूर्णता की ओर है तो एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है। इस योजना को पूर्णता के अंजाम तक पहुंचाने में मु य भूमिका निभाने वाली यशोधरा राजे सिंधिया से इसका श्रेय लेने की कांग्रेस शासित नगर पालिका द्वारा सुनियोजित तैयारी की जा रही है। 

इसी कड़ी में तीन दिन पहले नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने मड़ीखेड़ा में संपबैल पर लगे विद्युत केन्द्र तथा पैनल सिस्टम का पूजन कर दिया वहीं अब दोशियान कंपनी पर दवाब डाला जा रहा है कि नपाध्यक्ष  कुशवाह के कर कमलों से संपबैल से सतनवाड़ा फिल्टर प्लांट तक पानी पहुंचने के कार्य का शुभारंभ कराया जाए। 

सूत्र बताते हैं कि नपाध्यक्ष कुशवाह ने दोशियान कंपनी को धमकी दी है कि यदि यशोधरा राजे से शुभारंभ कराया गया तो उन्हें भुगतान नहीं किया जाएगा। बकौल कुशवाह, आखिरकार पेमेंट तो मैं करूंगा। श्री कुशवाह की धमकी से दोशियान प्रबंधक सकते में हैं और वह धर्मसंकट में पड़ गया है कि इस राजनीति से कैसे बाहर निकला जाए। 

यह भी चर्चा है कि इसी राजनीति के चलते दोशियान ने 30 जून की सतनवाड़ा फिल्टर प्लांट पानी पहुंचने की डेड लाईन को आगे बढ़ा दिया है। हालांकि दोशियान के महाप्रबंधक महेश मिश्रा चाहते हैं कि सतनवाड़ा तक पानी पहुंचाने के कार्य का शुभारंभ यशोधरा राजे से ही कराया जाए। क्योंकि उनका योजना के क्रियान्वयन में अहम योगदान रहा है। 

10 साल से लटकी यह योजना आज भी पूर्णता की कगार पर नहीं पहुंचती यदि प्रदेश सरकार की मंत्री और स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया तथा पूर्व कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव इसमें रूचि नहीं लेते जिन्होंने योजना में आ रहे अडंगों को लगातार दूर किया। इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही सिंध का पानी अब शिवपुरी वासियों को नजदीक नजर आने लगा है। 

यह सत्य है कि नगर पालिका कांग्रेसशासित है, लेकिन जहां तक योजना के क्रियान्वयन का सवाल है उनकी भूमिका नगण्य रही है। हालांकि नपाध्यक्ष कुशवाह कहते हैं कि यह योजना बंद पड़ी थी, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय में नगर पालिका के जाने के बाद ही वन विभाग की अनुमति मिली जिससे योजना का कार्य शुरू हो सका। वही यह भी सत्य है कि शहर में जनअंदोलन नही होता तो हो सकता है कि इस योजना का काम अभी रेंग रहा होता। 

बहरहाल अब नपाध्यक्ष कुशवाह द्वारा श्रेय की राजनीति शुरू हो गई है। वह मड़ीखेड़ा का गुपचुप दौरा कर रहे हैं और अपने साथ दो फोटो ग्राफर ...भी साथ ले जाते हैं जिनमें से एक वीडियो और दूसरा नपाध्यक्ष के फोटो मड़ीखेड़ा पर शूट करने में व्यस्त रहता है। अब मुन्नालाल कुशवाह सतनवाडा पर भी फोटो शूट करने का मन बना चुके है और वे इस जिद्द पर भी अड गए है। अब आगे देखना क्या होता है.........................