40 साल पुरानी शादी को परिवार परामर्श केन्द्र ने टूटने से बचाई

शिवपुरी। परिवार परामर्श केन्द्र के आज के शिविर में परामर्श दाताओं के प्रयास से 6 बिछड़े पति-पत्नी को एक करने में सफलता प्राप्त हुई वहीं 3 अन्य प्रकरणों को अगली सुनवाई के लिये तारीख दी गई है आज रविवार को नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में परिवार परामर्श केन्द्र शिवपुरी में 10 केसों को प्रस्तुत किया गया।  परामर्श दाताओं ने अपने परामर्श के कुशल और पारिवारिक माहौल में समझाइश से 6 केसों में बिछड़े हुये दंपत्ति को पुन: एक साथ रहने और नया जीवन शुरु करने पर आपसी रजामंदी से सहमत किया। इनमें सबसे दिलचस्प केस था शिवपुरी के ही एक पति-पत्नी का। पेशे से सब्जीफरोश पति का पत्नी से विवाद हो गया और दो महीने में ही मामला  तलाक की स्थिति में आ गया। 

यहां लिखना प्रासांगिक होगा कि दोनों की शादी को 40 वर्ष हो चुके हैं और उनके बड़े-बड़े नाते पोते हैं। परिवार परामर्श के कुशल काउंसलरों ने समझाइश से उन दोनों में समंजस्य स्थापित किया। ठीक इसी तरह एक अन्य प्रकरण में पत्नी शिवपुरी की थी पति दिल्ली का निवासी था इनमें भी आपसी कलह और अविश्वास के चलते परिवार के विघटन की नौबत आ गई थी। 

ठीक इसी तरह सागर जिले के मण्डी बामौरा के परिवर्तित नाम सनी अग्रवाल का विवाह पोहरी में हुआ था और उनके बीच भी विवाद के चलते तलाक की नौबत थी। परिवार परामर्श दाताओं की मेहनत, समर्पण और लगन से इनमें आपस में समझौता हुआ और  दिल्ली निवासी पति अपनी पत्नी को परिवार परामर्श की समझाइश के बाद अपने साथ दिल्ली ले गया। 

इसी तरह रातौर निवासी, वर्मा कॉलोनी निवासी, तारकेश्वरी कॉलोनी निवासी तीन अन्य पति पत्नियों को समझाइश देकर समझौता कराने में सफलता प्राप्त की गई आज कुल मिलाकर छह प्रकरण सुलझाए गए जो एक बड़ी उपलब्धि है।

आज की काउसलिंग में तीन प्रकरणों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य ने अपराध पंजीबद्ध करने के भी आदेश दिए गए जिनमें श्रीमती प्रीति नामदेव शिवपुरी एवं श्रीमती शांति लोधी करैरा के आवेदनों पर प्रकरण पंजीबद्ध करने के निर्देश महिला सेल को दिए। 

इन दोनों ही प्रकरणों में जहां राजीनामा हो जाने के बाद एक पति ने अपनी पत्नी के संग मारपीट की तो वहीं दूसरे का पति राजीनामे के उपरांत पत्नी को लेने ही नहीं आया और न ही पिछले ढाई माह से हेमलता के तीनों बच्चों को उसको मिलने दिया। परिवार परामर्श के काउंसलरों के अनुरोध पर एएसपी ने उक्त कार्रवाई के निर्देश दिए। 

एक अन्य प्रकरण में श्रीमती हेमलता जैन निवासी शिवपुरी पत्नी पवन जैन वाले मामले में एएसपी कमल मौर्य ने डीआईआर दाखिल करने के निर्देश दिए और महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा इसकी तैयारी कर ली है। इस मामले में भी पवन जैन और हेमलता के बीच समझौता होने के बाद पवन जैन के द्वारा समझौते का पालन नहीं किया गया। 

इस अवसर पर एएसपी कमल मौर्य परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इन्दौरिया, जिला महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास अधिकारी ओपी पाण्डेय, महिला डेस्क प्रभारी इस्पेक्टर आराधना डेविस सहित रवजीत ओझा, गुंजन अजय खेमरिया, श्रीमती आनंदिता गांधी, शिखा अग्रवाल, श्रीमती किरण अशोक ठाकुर, श्रीमती बिन्दु छिब्बर, श्रीमती प्रीति जैन, सुरेशचंद्र जैन, एचएस चौहान, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, भरत अग्रवाल, समीर गांधी, डॉ. इकबाल खान, डॉ. विजय खन्ना, नरेश गोंडल परामर्श हेतु उपस्थित थे।