डंपर को छुडाने एमएलए ने एसडीएम को किए कॉल, एसडीएम बोले नहीं छोडूंगा

करैरा। बीते रोज करैरा अनुविभाग के ग्राम सिरसौना के पास परोठ और महूअर नदी से अवैध उत्खनन कर डंपर में भरकर ला रहे 13 डंपरों को राजस्व की टीम ने दबोच लिया। टीम को देखकर डंपर चालक डंपरों में प्रेशर लगाकर खाली कर भागने लगे। लेकिन राजस्व की टीम के आगे डंपर चालकों की एक न चली और प्रशासन ने 13 डंपरों को जप्त कर लिया वही एक एलएनटी मशीन भागने में सफल हो गई। 

इस कार्यवाही के दौरान सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि अवैध उत्खनन के इस काले व्यापार में विधायक पुत्र भी सामिल है। इतना की नहीं इस आरोपी पुत्र को बचाने एमएलए ने अपने पावर का प्रयोग करते हुए विधायक ने एसडीएम को भी फोन लगाया है। लेकिन एसडीएम विधायक की पावर के आगे डरें नहीं और कार्यवाही को अंजाम दिया। 

जानकारी के अनुसार पकड़े गए वाहनों में एक डंपर नितिन खटीक, एमपी 33 एच 2041 के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसके पकड़े जाने के बाद लगातार कांग्रेस विधायक शकुंतला खटीक ने एसडीएम सीबी प्रसाद को तीन बार फोन कॉल किए और डंपर छोडऩे के लिए कहा।

जब विधायक से पूछा कि क्या आपके द्वारा एसडीएम पर बार-बार दबाव बनाया जा रहा है तो उन्होंने कहा कि अब कह दिया तो वो बात सार्वजनिक क्यों कर रहे हैं। उधर एसडीएम श्री प्रसाद ने स्पष्ट किया कि बार-बार फोन आने के बाद भी हमने न विधायक के बेटे का डंपर छोड़ा न किसी अन्य का। 

रेत कारोबारियों पर औचक छापामार कार्रवाई करने पहुंची टीम में एसडीएम सीबी प्रसाद, तहसीलदार नवनीत शर्मा, नायब तहसीलदार महेंद्र कोरकू, पटवारी राकेश गुप्ता, पटवारी अनुराग जैन आदि शामिल थे। जिन्होंने मौके पर पहुंचकर सभी डंपरों को जब्त कर पंचनामा तैयार किया गया है। 

इनका कहना है कि-
डंपर हमारे हैं। अब पकड़ लिया है और हमने उनसे बात की है तो उन्हें ऐसी बातें नहीं बतानी चाहिए, लेकिन वो सार्वजनिक कर रहे हैं। यह भी तो गलत है। शकुंतला खटीक, विधायक करैरा

विधायक के बेटे का डंपर भी कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया। विधायक ने तीन बार फोन कर काफी चिकचिक की, लेकिन मैंने भी तय कर लिया है कि डंपर को नहीं छोड़ूंगा। सीबी प्रसाद, एसडीएम करैरा