बीआरएस लेने वाले तीन डॉक्टरों के त्याग पत्र मंजूर, एक को लटका दिया

शिवपुरी। एक साथ चार डॉक्टरों का जिला चिकित्सालय से बीआरएस लेने के बाद जिला चिकित्सालय ही खुद वेंटिलेटर पर आ गया था और स्वास्थ सुविधाए पूरी तरह से चरमरा गई थी। यहां व्यवस्थाओ मेें कोई भी सुधार नहीं आया था।
 
इसी बीच प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह ने इन डॉक्टरों के बीआरएस राज्य शासन से न मंजूर करने की कहा था। लेकिन इसी बीच एक खबर आई की प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह के आदेश को ताक पर रखकर इन डॉक्टरों में से तीन का बीआरएस राज्य शासन ने मंजूर कर लिया है।

स्वास्थ्य के आधार पर जिन चार डॉक्टरों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन राज्य शासन को भेजा था उनमें से तीन डॉक्टरों के त्याग पत्र को राज्य शासन ने मंजूर कर लिया है। ये डॉक्टर हैं डॉ. डीके बंसल, डॉ. रत्नेश जैन और डॉ. सीएम गुप्ता लेकिन डॉ. पीडी गुप्ता का बीआरएस आवेदन अभी स्वीकार नहीं किया गया है। सूत्रों ने बताया कि डॉ. पीडी गुप्ता पिछले दिनों निलम्बित हुए थे और इसकी जांच पूर्र्ण नहीं हुई इसलिए उनका बीआरएस आवेदन अभी स्वीकार नहीं हुआ है।  

जानकारी के अनुसार पिछले दिनों चार मेडीकल स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने बीआरएस आवेदन भरकर अस्पताल आना बंद कर दिया था। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा गर्ई थी। आईसीयू और डायलेसिस यूनिट बंद हो गई थी। आवेदन मंजूर न होने के बाद भी उक्त चारों चिकित्सक अस्पताल में नहीं आ रहे थे। इस पर प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की थी और यहां तक कहा था कि डॉक्टरों के बीआरएस आवेदन स्वीकार नहीं होंगे। 

लेकिन अंतत: बीमारी के आधार पर तीन डॉक्टरों के त्याग पत्र मंजूर हो गए। इससे अब आर्ईसीयू यूनिट शुरू होने की संभावना और अधिक धूमिल हो गर्ई है। हालांकि डायलेसिस यूनिट फिलहाल प्रारंभ है।