अंतत : शहर की सडकों को लेकर अपनी ही नपा के खिलाफ धरने पर नपाध्यक्ष और उपाध्यक्ष

शिवुपरी। इस समय शिवुपरी की राजनीतिक घटनाक्रम की सबसे बडी खबर यह आ रही है कि नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह और नपा के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा उर्फ अन्नी अपनी ही सत्तासीन नगर पालिका के खिलाफ शहर की सड़को के निर्माण में हो रही देरी को लेकर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए है उनके साथ कांग्रेसी पार्षद भी बैठे है। इस धरने के घटनाक्रम को लेकर शिवपुरी की राजनीतिक गलियारो में खुसर-फूसर शुरू हो गई है। 

कस्टमगेट से गांधी चौक तक सड़क निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस का यह धरना आज से शुरू हुआ। जिसमें इन सडको के निर्माण करने वाले ठेकेदार और  मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार को कांग्रेस ने निशाने पर लिया। नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्र्मा ने कहा कि वह मुख्य नगर पालिका अधिकारी के आश्वासनों से तंग आ चुके हैं और  जब तक  सड़क निर्र्माण का काम शुरू नहीं होगा धरना नहीं हटाया जाएगा। 

श्री शर्मा ने कहा कि हालाकि ठेकेदार के खिलाफ कार्र्यवाही करना उनके अधिकार क्षेत्र में हैं लेकिन ठेकेदार को भाजपा संरक्षण के कारण वह उसके खिलाफ कार्यवाही भी नहीं कर पा रहे हैं। आज धरने में नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी, नगर पंचायत अध्यक्ष कोलारस रविन्द्र शिवहरे, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा, अजय गुप्ता, अब्दुल रफीक अप्पल, कपिल भार्गव, मोन्टी सैन, सहित वार्डवासी भी धरने पर बैठे। 

नगर पालिका उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के हृदय स्थल में कस्टमगेट से गांधी चौैक सड़क पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण हो चुकी हैं जबकि यह शहर का सबसे व्यस्ततम मार्र्ग है। सड़क खराब होने के कारण आए दिन लोग यहां दुर्घटना ग्रस्त होते रहते हैं और सड़क से गुजरने के कारण अनेक लोग कमर की बीमारियों से परेशान हैं। 

काफी दिनों से यहां के लोग सड़क निर्माण की मांग कर रहे थे। इस पर 10 अप्रैल को मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार के साथ उन्होंने जब इस सड़क का निरीक्षण किया तो स्थानीय निवासियों ने उन पर व्यंग कसा कि क्या सिर्फ निरीक्षण ही होगा अथवा सड़क का काम भी शुरू होगा। इस पर उन्होंने सीएमओ रणवीर कुमार से जवाब मांगा तो उन्होंने आश्वासन दिया कि तीन दिन के भीतर सड़क निर्र्माण का कार्र्य शुरू कर दिया जाएगा। 

सीएमओ ने बताया कि तीन करोड़ 65 लाख रूपए के टेंडर सड़क निर्माण के  टेंडर स्वीकृत हो चुके हैं और उसने आश्वासन दिया है कि 13 अप्रैल से सड़क बनना शुरू हो जाएगी, लेकिन यह आश्वासन मूर्र्त रूप नहीं ले पाया। इसके बाद उन्होंने सीएमओ को सड़क निर्माण के लिए पत्र लिखा तब उन्हें फिर आश्वासन दिया गया कि 17 अप्रैल से सड़क बनना प्रारंभ हो जाएगी। 

तब से अब तक एक माह बीत  चुका है लेकिन सड़क बनती नजर नहीं आ रही है। जबकि 20-25 दिन बाद मानसून आने वाला है और बरसात में डामरीकरण का कार्य नहीं हो पाएगा। अभी सड़क नहीं बनी तो यहां के लोगों को चार महिने इंतजार करना होगा। इसी कारण जनता की लड़ाई हमने लडऩे का फैसला लिया है और अपनी ही नगर पालिका के खिलाफ सड़क पर आकर हमें मोर्र्चा खोलना पड़ा है। 

सीएमओ ने फिर दिया आश्वासन लेकिन अब आश्वासन से नहीं चलेगा काम
नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने पत्रकारों से चर्र्चा करते हुए कहा कि उनके धरने पर बैठने के बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार का उनके पास फोन आया था और वह कह रहे थे कि आप  अपनी ही नगर पालिका के खिलाफ धरने पर क्यों बैठे हैं। उन्होंने शीघ्र सड़क निर्माण कराये जाने की बात कहीं लेकिन मेरा जवाब था कि अव आश्वासन से काम नहीं चलेगा। 

धरना तभी समाप्त होगा जब सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। श्री शर्मा ने स्वीकार किया कि उनके सत्त्ता में रहते हुए भी जनहितकारी योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। अफसर शाही बेलगाम हो चुकी है और उनके द्वारा तैयार विकास का ऐजेंड़ा विनाश में तब्दील किया जा रहा है