तात्याटोपे मेला मंच: अखाड़ा दल की युवती ने लहराई तलवार, मचा हंगामा

शिवपुरी। आज अमर शहीद तात्याटोपे के बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय मेले की शुरूआत काफी खटास भरी रही। मंच पर जब जय महाकाली अखाड़ा दल अपने हैरत अंगेज कारनामों का प्रदर्शन कर रहा था तो अचानक एक युवती ने तलबार उठाकर लहराना शुरू कर दिया जिससे मंच पर हडक़ंप पूर्र्ण स्थिति निर्मित हो गई।  यह देखकर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव और तहसीलदार नवनीत शर्मा ने मंच के नीचे से उठकर युवती को रोकने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं मानी तो मंच का संचालन कर रहे आदित्य शिवपुरी ने फुर्ती से मंच पर आकर युवती के हाथ से तलबार छीन कर फैक दी। इस पर युवती ने आदित्य शिवपुरी पर अभद्रता करने का आरोप मढ़ दिया। 

दरअसल हुआ यह कि मेले में मंच पर आज कुछ चुनिंदा कार्यक्रमों का प्रस्तुति करण होना था। उन चुने हुए कार्र्यक्रमों में जय महाकाली अखाड़ा दल का नाम नहीं था, लेकिन मंच संचालक आदित्य शिवपुरी ने कार्र्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए जय महाकाली अखाड़ा दल को आमंत्रित कर दिया। जिसमें पांच युवक और पांच युवतियों ने मंच पर आकर अपने कौशल का प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। 

कार्यक्रम जब चल रहा था उसी दौरान अखाड़ा दल की युवती गीता कुशवाह ने मंच के एक कौने पर रखी तलबार को हाथ में उठाकर लहराना शुरू कर दिया। जिससे मंच पर मौजूद लोग अपने आपको बचाने की कोशिश करते देखे गए। यह देखकर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव जो कि मंच के नीचे बैठकर कार्यक्रम देख रहे थे ने अचानक नजदीक आकर युवती को तलबार लहराने से मना किया। 

उनकी देखा देखी तहसीलदार नवनीत शर्र्मा ने भी ऐसा ही किया। लेकिन जोश में युवती ने तलबार लहराने से अपने आपको नहीं रोका और वह लगातार तलबार लहराती रही। इसके बाद मंच संचालक आदित्य शिवपुरी फुर्ती से उछलकर मंच पर चढ़े और उन्होंने एक झटके में युवती के हाथ से तलबार छीनकर फैंक दी। इसके बाद उक्त  युवती मंच पर फूट फूट कर रोने लगी और उसने आदित्य शिवपुरी पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनकी शिकायत पुलिस में करेगी। 

एडीएम और एसडीएम ने लगाई मंच संचालक को लताड़
मंच पर हुए हंगामे के बाद एडीएम नीतू माथुर और एसडीएम रूपेश उपाध्याय ने मंच संचालक आदित्य शिवपुरी को निशाने पर लिया और उनसे पूछा कि जब जय महाकाली अखाड़ा दल का नाम मंच पर कार्र्यक्रम प्रस्तुति करण में नहीं था तो फिर क्यों उसे मंच संचालक ने आमंत्रित किया। इस पर आदित्य शिवपुरी ने सफाई देने की कोशिश की कि उक्त अखाड़ा दल शिवपुरी जेल में जेलर रहे विजय सिंह मौर्य से जुड़ा हुआ है। इस कारण उन्होंने अखाड़ा दल को कार्र्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित कर दिया, लेकिन उनकी सफाई से प्रशासनिक अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने आदित्य शिवपुरी को मंच छोडक़र चले जाने एवं कार्र्यक्रम से दूर रहने का निर्देश दिया।